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महिलाओं में बढ़ रही है प्रजनन से जुड़ी दिक्कतें, फर्टिलिटी में सुधार के लिए अपनाएं ये उपाय

महिलाओं में बढ़ रही है प्रजनन से जुड़ी दिक्कतें, एक्सपर्ट्स से जानें फर्टिलिटी में सुधार के लिए अपनाने होंगे क्या उपाय। महिलाएं अपने प्रजनन स्वास्थ्य का ख्याल कैसे रख सकती हैं बता रही हैं डॉ. मुस्कान।

महिलाओं में बढ़ रही है प्रजनन से जुड़ी दिक्कतें, फर्टिलिटी में सुधार के लिए अपनाएं ये उपाय
मंजू ममगाईं,नई दिल्लीThu, 28 Apr 2022 10:35 AM
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Women's sexual and reproductive health: आज जीवनशैली, तनाव और डाइट से जुड़ी कई आदतें महिलाओं की प्रजनन क्षमता (Female Fertility) को प्रभावित कर रही हैं। प्रजनन स्वास्थ्य एक महिला की संपूर्ण सेहत और कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लेकिन अनियमित पीरियड्स (Irregular Periods), अल्‍कोहल, बीएमआई की समस्याएं, गलत खानपान की आदतें महिलाओं में गर्भधारण की क्षमता को कम कर रही हैं। ऐसे में जीवनशैली में कुछ बदलाव करने से महिलाओं को यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई), एचआईवी\एड्स, एलर्जी और दूसरे संक्रमण के खतरे से बचने में मदद मिल सकती है। 

डॉक्टर मुस्कान छाबड़ा ( बिड़ला फर्टिलिटी और आईवीएफ) कहती हैं कि महिलाओं को होने वाली कुछ खास प्रकार की समस्याएं जैसे, एंडोमेट्रियोसिस, पीसीओएस, बांझपन, स्त्री रोग संबंधी कैंसर, सिस्ट, फाइब्रॉएड और अन्य मासिक धर्म की समस्याओं पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है। इसके अलावा, यह जरूरी है कि महिलाओं को अपने जीवन के विकल्प चुनने और फैसले लेने की क्षमता हो, जिसमें कब बच्चे पैदा करने है या नहीं करने हैं, इसका फैसला भी शामिल है। प्रजनन स्वास्थ्य केवल शारीरिक सेहत नहीं होती- इसमें सेहतमंद और सम्मानजनक रिश्‍तों का अधिकार भी होता है।

महिलाओं को अपने (Reproductive Health) प्रजनन स्वास्थ्य का ख्याल रखने के लिए अपनाने चाहिए ये टिप्स-

सही खाएं -
महिलाओं को अपने प्रजनन स्वास्थ्य का ख्याल रखने के लिए अपनी डाइट में फाइबर, प्रोटीन से भरपूर और कम कार्बोहाइड्रेट और फैट वाले संतुलित आहार लेने चाहिए। खूब फल और सब्जियां खाएं और जितना हो सके जंक और सोडा लेने से बचें। फास्ट फूड में एडिटिव्स और प्रिजर्वेटिव्स मौजूद होते हैं जोकि प्रजनन को प्रभावित करते हैं। फल, नट्स और सीड्स जैसे स्नैक्स आवश्यक मिनरल्स और फाइबर से भरपूर होते हैं और सेहतमंद होते हैं। जितना संभव हो सके, ऑर्गेनिक चीजें लें। शरीर को हाईड्रेट रखने के लिये पर्याप्त मात्रा में पानी पीने के साथ तरल लें, क्योंकि यह बार-बार होने वाले यूरीनरी संक्रमण के खतरे को कम करता है। 
 
शराब और धूम्रपान कम कर दें या बंद कर दें-
शराब और धूम्रपान, सेहतमंद प्रजनन प्रणाली के लिए बेहतर नहीं होते हैं। ये दोनों ही गैमेट्स और हॉर्मोन्स को प्रभावित करते हैं। धूम्रपान से धमनियां अवरुद्ध हो जाती हैं और वेसोस्‍पाज्म़ हो जाता है, जिसकी वजह से प्रजनन क्षमता बिगड़ती है। इसलिए, अच्छे प्रजनन स्वास्थ्य के लिये दोनों को बंद करना जरूरी है। 

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नियमित रूप से व्यायाम करें-
वजन बढ़ने से हमारा हॉर्मोन संतुलन प्रभावित होता है और प्रजजन क्षमता बिगड़ती है। व्यायाम करने से इन चीजों की देखभाल होती और साथ ही संपूर्ण शारीरिक सेहत, प्रजनन और मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है। 

मानसिक सेहत और तंदुरुस्ती -
मानसिक सेहत भी प्रजनन स्वास्थ्य को बनाए रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके लिए खुद को तनाव से दूर रखें। आप अपनी खुशियों की दिशा में प्रयास करें। ऐसी गतिविधियों में हिस्सा लें जिससे नकारात्मक विचार खत्म करने में मदद मिलती हो और अपने आस-पास सकारात्मक माहौल बनाए रखने की कोशिश करें। 

मासिक धर्म से जुड़ा स्‍वास्‍थ्‍य और साफ-सफाई-
महावारी के दौरान महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जरूरी नहीं कि इस दौरान बेचैनी और तनाव महसूस हो। अपने लिये सबसे अच्छा और आरामदायक विकल्प चुनें- पैड्स, टैम्पून, मेन्सट्रुअल कप, आदि। उन्हें हर 3-4 घंटे में बदलें। आराम करें और खुद को थोड़ा खाली वक्त दें, कोई मेहनत वाली एक्टिविटी करने की जगह थैरेपेटिक योगा करें। अपनी महावारी पर नजर रखें और किसी प्रकार की अनियमितता होने पर डॉक्टर से सलाह लें। 

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यौन संचारित रोग-
यह गंभीर रूप से प्रजनन को प्रभावित करते हैं, इसलिये आश्चस्त होने के लिये अपने साथी के यौन इतिहास  के बारे में बात करें। साथ ही निरोध का सोच-समझकर और पर्याप्त शोध करने के बाद इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है। सर्वाइकल कैंसर और जेनेटाइल वार्ट्स से बचाव के लिये एचपीवी वैक्सीन लगवाएं।

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