स्वस्थ कोशिकाओं को क्षति पहुंचाए बगैर ट्यूमर से मिल सकेगी मुक्ति, IISER ने विकसित की नई प्रौद्योगिकी
भोपाल में भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) ने एक प्रौद्योगिकी विकसित की है जिससे सटीक सर्जरी करने और कैंसर रोगियों में ट्यूमर के इलाज में मदद मिलेगी। टीम के मुताबिक,...
भोपाल में भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) ने एक प्रौद्योगिकी विकसित की है जिससे सटीक सर्जरी करने और कैंसर रोगियों में ट्यूमर के इलाज में मदद मिलेगी।
टीम के मुताबिक, प्रौद्योगिकी प्रोटीन के विशिष्ट हिस्से के लिए सक्रिय अणुओं की आपूर्ति करेगी जिससे रोगी की स्वस्थ कोशिकाओं को क्षति पहुंचाए बगैर उन्हें ट्यूमर से मुक्ति मिल सकेगी।
लिंचपिन डायरेक्टेड मोडिफिकेशन (एलडीएम) मंच के विकास के बारे में तीन पत्रिकाओं जर्नल ऑफ अमेरिकन केमिकल सोसायटी, आंगेवांते केमि और केमिकल साइंस में जिक्र किया गया है।
आईआईएसईआर भोपाल के रसायन विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर विशाल राय ने कहा कि प्रोटीन में बदलाव विशेष रसायनों को प्रोटीन के विशिष्ट हिस्से से जोड़ता है।
इस तरह के प्रोटीन बदलाव सामान्य तौर पर प्रकृति में देखे जाते हैं। उन्होंने बताया कि एलडीएम मंच का मुख्य लाभ यह है कि यह मूल प्रोटीन के ढांचे या कार्य में बदलाव नहीं करता है।
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