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हांगकांग के इस कैफे में मिलती है हर दर्द की दवा, खास पाउडर और तेल से होता है इलाज

हांगकांग के शींग वान इलाके में प्राचीन वस्तुओं की दुकानों के बीच पहला सीबीडी कैफे खुला है। सीबीडी मतलब कैनेबिडियॉल यानी गांजे से बने तेल, पाउडर व अन्य उत्पाद। आपको यह जानकर हैरानी हो रही होगी कि आखिर...

हांगकांग के इस कैफे में मिलती है हर दर्द की दवा, खास पाउडर और तेल से होता है इलाज
एजेंसी,हांगकांगMon, 14 Sep 2020 07:31 AM
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हांगकांग के शींग वान इलाके में प्राचीन वस्तुओं की दुकानों के बीच पहला सीबीडी कैफे खुला है। सीबीडी मतलब कैनेबिडियॉल यानी गांजे से बने तेल, पाउडर व अन्य उत्पाद। आपको यह जानकर हैरानी हो रही होगी कि आखिर गांजे जैसे प्रतिबंधित पदार्थ का कैफे कोई कैसे खोल सकता है? यही नहीं, हांगकांग में गांजे का इस्तेमाल अवैध है, ऐेसे में सीबीडी कैफे में विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए गांजे से बने उत्पाद कैसे खुलेआम बेचे जा रहे हैं।

खास पाउडर और तेल से इलाज-
सीबीडी कैफे में गांजे से बना तेल और पाउडर मिलता है। अनिद्रा की समस्या से जूझ रहे मरीजों को नाक में गांजे के तेल की एक बूंद डालने को दी जाती है। वहीं, पाउडर के छोटे डिब्बे भी उपलब्ध कराए जाते हैं, ताकि उन्हें खाने के ऊपर छिड़ककर खाया जा सके। यहां पालतू जानवरों के लिए भी सीबीडी उत्पाद मौजूद हैं, ताकि उन्हें जोड़ों के दर्द और अन्य बीमारियों में राहत मिल सके। 

कॉफी-बीयर में सीबीडी मिलाकर दे रहे-
कैफे की छत पर ग्राहकों के बैठने के लिए कुर्सी-टेबल लगाए गए हैं। उन्हें तनावमुक्त रखने और ‘फील गुड’ कराने के लिए सीबीडी मिली बीयर तथा कॉफी पिलाई जाती है। पेय पदार्थ में बस उतनी ही सीबीडी मिलाई जाती है, जितनी विभिन्न बीमारियों के लक्षण से राहत दिलाने के लिए जरूरी है। अभी कैफे शुरुआती चरण में है, इसलिए मेन्यू सीमित है। अगले महीने से खानपान से दर्जनों विकल्प उपलब्ध होंगे।

तन-मन में सुकून का होता है एहसास-
दुनियाभर में गांजे को एक मादक पदार्थ के तौर पर देखा जाता है। ऐसे में लोग इसके चिकित्सकीय फायदों के बारे में भूल जाते हैं। अब हांगकांग समेत एशिया के कई देशों में विभिन्न बीमारियों के इलाज में सीबीडी का इस्तेमाल किया जा रहा है। सीबीडी गांजे के पौधे में मौजूद तेल होता है, जो मानव मस्तिष्क को सुकून पहुंचाता है। यह नशा किए बिना ही शरीर को कई तरह के चिकित्सकीय फायदे पहुंचाता है।

नशे में नहीं झूमता ग्राहक-
-सीबीडी कैफे में बिकने वाले उत्पादों में टेट्राहाइड्रोकैनेबिनॉल (टीएचसी) नहीं मिला होता। यही वजह है कि इन उत्पादों के इस्तेमाल से ग्राहक को नशे में झूमने की शिकायत नहीं सताती। 

इन बीमारियों में असरदार-
-सीबीडी उत्पाद उन लोगों के लिए फायदेमंद हैं, जो तनाव, अवसाद, अनिद्रा और मानसिक बीमारियों से जूझ रहे हैं। यह शरीर के विभिन्न हिस्सों में हो रहे दर्द से राहत दिलाने में भी कारगर है।

महामारी के दौरान मिल रही मदद-
-कोरोना के चलते डिप्रेशन तेजी से बढ़ा है। ऐसे में बड़ी संख्या में लोग तनाव घटाने के लिए सीबीडी का सहारा ले रहे। इससे एकाग्रता में कमी की शिकायत दूर करने और उत्पादकता बढ़ाने में भी मदद मिल रही।

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