स्विमिंग पूल या वॉटर पार्क में किसी ने टॉयलेट किया है या नहीं! इस तरीके से होती है पहचान
स्विमिंग पूल में नहाने का एक अलग ही मजा होता है लेकिन हर किसी के पास यह सुविधा उपलब्ध नहीं होती। ऐसे में कई लोग वाटर पार्क में भी जाते हैं जबकि कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो पब्लिक स्विमिंग पूल का...

स्विमिंग पूल में नहाने का एक अलग ही मजा होता है लेकिन हर किसी के पास यह सुविधा उपलब्ध नहीं होती। ऐसे में कई लोग वाटर पार्क में भी जाते हैं जबकि कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो पब्लिक स्विमिंग पूल का इस्तेमाल करने से बचते हैं।इसकी कई वजहों में से एक वजह यह भी है कि कई लोगों को स्विमिंग के अंदर टॉयलेट का वहम होता है। क्या आपके मन में भी ऐसे विचार आते हैं कि पब्लिक स्विमिंग पूल में लोग टॉयलेट कर देते होंगे! आज हम आपको बता रहे हैं ऐसी तरकीब, जिससे पता चल जाता है कि स्विमिंग पूल में किसी ने यूरिन किया है या नहीं। इस खबर को पढ़ने के बाद आप स्विमिंग पूल के पानी को देखकर इसके स्वच्छ होने का अंदाजा लगा सकते हैं।
स्विमिंग पूल में डाला जाता है यह केमिकल
स्विमिंग पूल में तो बाकायदा यूरिन करने वालों की पहचान के पुख्ता इंतजाम किए जाते हैं। यहां पानी में 'यूरीन इंडिकेटर डाई' नाम का ऐसा केमिकल मिला दिया जाता है जिसकी वजह यूरिन के पूल के पानी के संपर्क में आते ही आस पास के पानी का रंग बदल कर नीला हो जाता है।
ऐसे चलता है पता
सबसे बड़ी बात यह है कि यूरिन के संपर्क में आते ही स्विमिंग पूल के पानी का रंग नीला होने के साथ कुछ ही मिनटों में इसमें से बदबू आने लगती है, अगर जल्दी ही पानी को न बदला जाए, तो इसकी बदबू बहुत तेज आने लगती है।