Independence Day 2018: आजादी की सालगिरह पर देश के इन प्रसिद्ध व्यंजनों का लें जायका
भारत की विविधता ही उसकी शान है। यहां के लोगों के बीच जितनी विविधता उनके सांस्कृतिक, भाषायी और रहन-सहन में दिखती है उनती ही उनके खान-पान में भी दिखती है। आप एक राज्य से दूसरे राज्य में जाएंगे,...
भारत की विविधता ही उसकी शान है। यहां के लोगों के बीच जितनी विविधता उनके सांस्कृतिक, भाषायी और रहन-सहन में दिखती है उनती ही उनके खान-पान में भी दिखती है। आप एक राज्य से दूसरे राज्य में जाएंगे, आपका खान-पान भी बदल जाएगा। हर क्षेत्र के अपने मशहूर व्यंजन हैं। तो स्वतंत्रता दिवस की सालगिरह के अवसर पर हम क्यों न देश के उन मशहूर व्यंजनों का जायका लें जिसके देशी-विदेशी लोग दीवाने हैं।
मोदुर पुलाव (कश्मीर): कश्मीर की खूबसूरत वादियों में खुशबूदार चावल 'मोदुर पुलाव' काफी मशहूर है। मोदुर पुलाव एक मीठा पुलाव होता है। इसका हल्का हल्का भगवा रंग आपको तिरंगे के भगवा रंग की याद दिलाएगा। इसमें मसाले, ड्राय फ्रूट्स, काफी सारा घी, सेब, अनानास, अनार डलते हैं। घाटी के इस मशहूर व्यंजन को पनीर मसाला ग्रेवी और भारतीय अचार के साथ भी खाया जाता है।
मोदक (महाराष्ट्र): भारतीय मिठाई मोदक महाराष्ट्र में काफी लोकप्रिय है। गणेश चतुर्थी उत्सव के दौरान भगवान गणेश को नारियल व गुड़ से बने मोदकों का भोग लगाया जाता है। ज्यादातर यहां घी वाले लड्डू वाले पंसद किए जाते हैं।
मुरुक्कू (तमिलनाडु और केरल): इसे चाय के साथ स्नैक्स के तौर पर खाया जाता है। इसे दक्षिण की नमकीन भी कह सकते हैं। पोंगल के शुभ अवसर पर यह नमकीन जरुर बनाई जाती है। मुरुक्कू बनाने के लिये बेसन, मूंग या उरद दाल का इस्तेमाल होता है। इसमें कई मसाले भी डाले जाते हैं जैसे, हींग, जीरा, मिर्च पाउडर आदि।
नरीकोल (असम): यह असम की काफी फेमस डिश है। बीहू के दौरान इसे खूब खाया जाता है। नारियल से बनाई गई इस डिश को एक हफ्ते से ज्यादा समय तक आसानी से रखा जा सकता है।
सरसो दा साग (पंजाब एवं हरियाणा): मक्के की रोटी के साथ सरसो के साग का कॉम्बिनेशन देश भर मे मशहूर है। इसके साथ लस्सी भी काफी पसंद की जाती है।
मैसूर पाक (कर्नाटक): यह दक्षिण भारत की मशहूर मिठाई है। चीनी, घी, इलायची और बेसन से इसे बनाया जाता है।
रसगुल्ला (पश्चिम बंगाल): रसगुल्ला की लोकप्रियता आप इस बात से लगा सकते हैं कि कुछ दिनों पहले पश्चिम बंगाल और ओडिशा के बीच इस बात को लेकर लड़ाई थी कि यह किसका आविष्कार है। इसे किसने दिया है पश्चिम बंगाल ने या फिर ओडिशा ने। इस विवाद में आखिरकार पश्चिम बंगाल की जीत हुई। पश्चिम बंगाल को जीआई टैग यानि जियोग्राफिकल इंडिकेशन मिल गया है। माना जा चुका है कि रसगुल्ले की उत्पत्ति बंगाल में हुई थी। ओडिशा का दावा था कि रसगुल्ला बनाने की विधि वहां से पश्चिम बंगाल पहुंची थी। खैर, बंगाल हो ओडिशा, दोनों राज्य के हर उत्सव में रसगुल्ला प्रमुख मिठाई होती है। हर पर्यटक यहां का रसगुल्ला जरूर खाकर जाता है।
घेवर व चूरमा दाल बाटी (राजस्थान): मावा, घी और मलाई घेवर राजस्थान में खूब पसंद किए जाते हैं। तीज, रक्षा बंधन जैसे उत्सवों पर इसे खूब खाया जाता है। यहां के दाल बाटी चूरमा का देश में हर कोई दीवाना है।
ढोकला (गुजरात) : यह गुजरात का फेमस स्नैक्स है। इसे पूरी तरह से भाप में पकाया जाता है और इसी वजह से इसमें बहुत ही कम तेल का इस्तेमाल होता है। इसके अलावा यहां की पूरन पोली, कढ़ी, खांडवी, खाखरा भी काफी प्रसिद्ध है।