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क्या रोटी खाने से बढ़ता है वजन? जानें क्या कहते हैं डायटीशियन

Roti In weight Loss: वजन कम करते वक्त रोटी खानी चाहिए या नहीं, यह कई लोगों के मन में आता है। रोटी को अपनी डायट का हिस्सा बनाना चाहिए या नहीं और इसके फायदे, यहां जानें डायटीशियन से।

क्या रोटी खाने से बढ़ता है वजन? जानें क्या कहते हैं डायटीशियन
Kajal Sharmaलाइव हिंदुस्तान,मुंबईThu, 24 Nov 2022 04:55 PM

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डायटिंग करने वाले अक्सर इस बात की चिंता करते हैं कि वे खाने में क्या खाएं और क्या नहीं। खासकर चावल और रोटी को लेकर लोगों के मन में डाउट रहता है। डायटिंग करते वक्त लोग गेहूं की रोटी खाने से बचते हैं क्योंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट होता है। हालांकि डायटीशियन मानते हैं कि रोटी कैलोरी में लो होती है। यहां आप जान सकते हैं कि जो लोग वजन कम करना चाहते हैं रोटी उनके लिए अच्छा ऑप्शन क्यों है।

कार्बोहाइड्रेट कम करते हैं लोग

हमारा शरीर ठीक से काम करे इसके लिए प्रोटीन, फैट और कार्बोहाइड्रेट की जरूरत होती है। शरीर चलाने के लिए ऊर्जा की जरूरत होती है। यह जरूरत पूरी करने के लिए हम अलग-अलग चीजें खाते हैं। भारतीय कार्बोहाइड्रेट की जरूरत पूरी करने के लिए रोटी-चावल खाते हैं। जो लोग वजन कम करना चाहते हैं वे अक्सर अपनी डायट से कार्बोहाइड्रेट कम कर देते हैं और प्रोटीन की मात्रा बढ़ा देते हैं। डाइटीशियन और न्यूट्रिशनिस्ट रिचा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर किया है। इसमें उन्होंने बताया है कि रोटी खाने के क्या फायदे हैं।

रोटी में होती है इतनी कैलोरी

डॉक्टर रिचा बताती हैं, एक मीडियम साइज की रोटी करीब 40 ग्राम की होती है। इसमें 120 कैलोरी होती हैं। अब आप रोटी के हिसाब से कैलोरी काउंट कर सकते हैं। दो रोटी का मतलब 240 कैलोरी। तीन रोटी का मतलब 360 कैलोरी। अगर आप आटा या मल्टीग्रेन रोटी खाते हैं। तो आपको ये फायदे हो सकते हैं...

दूसरे कार्ब्स से बेहतर

जो लोग वजन कम करना चाहते हैं या लो-कैलोरी डायट के ऑप्शन खोज रहे हैं तो उनके लिए रोटी बेस्ट ऑप्शन है। इससे वे दूसरी कैलोरी-रिच, कार्बोहाइड्रेट फोर्टीफाइट डायट्स से बच सकते हैं.

कम होता है ग्लाइसीमिक इंडेक्स

मल्टीग्रेन रोटी का ग्लाइसीमिक इंडेक्स कम होता है। यह लो ग्लाइसीमिक इंडेक्स फूड शुगर लेवल नहीं बढ़ाता है। डायबीटीज के मरीज आराम से मल्टीग्रेन रोटी खा सकते हैं। 

ऐंटीऑक्सीडेंट से भरपूर

रोटियों में विटामिन बी1 होता है। यह ऐंटीऑक्सीडेंट है जो शरीर से फ्री रेडिकल्स कम करता है। 

लो कैलोरी ऑप्शन

अगर आप रोटी में घी नहीं लगाते तो यह एक लो-कैलोरी ऑप्शन है।

फाइबर्स का फायदा

रोटियों में दूसरे कार्बोहाइड्रेट वाले फूड्स की अपेक्षा फाइबर्स ज्यादा होते हैं। इनसे आपका पेट भरा रहता है और डाइजेशन की दिक्कत नहीं होती। 

मल्टीग्रेन्स का पोषण

अगर आप मिलेट्स, चने, दाल के आटे और होल व्हीट को मिलाकर आटा तैयार करते हैं तो मल्टीग्रेन आटा तैयार हो जाता है। इसे खाने से आपका कैलोरी इनटेक घटता है और पोषण भी मिलता है।

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