ये हैं सॉरी फील करने के 5 सबसे गलत तरीके, रिश्ता कर देते हैं खराब
कई बार देखा जाता है कि माफी मांगने के तरीके अगर गलत हो तो तकरार खत्म होने की जगह और बढ़ जाती है। ऐसे में आइए जानते हैं सॉरी कहने के उन गलत तरीकों के बारे में, जो बनती बात भी बिगाड़ सकते हैं।

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कहा जाता है कि जहां प्यार होता है वहां तकरार भी जरूर होती है। लेकिन एक अच्छे समझदार रिश्ते को चलाने वाले दो लोग अपने रिलेशनशिप में प्यार और सम्मान बनाए रखने के लिए आपस में तकरार होते ही अपनी-अपनी गलतियों की माफी तुरंत मांग लेते हैं। लेकिन कई बार देखा जाता है कि माफी मांगने के तरीके अगर गलत हो तो तकरार खत्म होने की जगह और बढ़ जाती है। ऐसे में आइए जानते हैं सॉरी कहने के उन गलत तरीकों के बारे में, जो बनती बात भी बिगाड़ सकते हैं।
सॉरी बोलने के गलत तरीके-
आरोपों वाली माफी-
अक्सर ऐसा होता है कि माफी मांगते समय कुछ लोग सामने वाले व्यक्ति पर आरोप लगाने लगते हैं। उदाहरण के लिए -'मैंने जो कहा उसके लिए मुझे खेद है, लेकिन आपने ही ये सब पहले शुरू किया था'। इस तरह की टिप्पणियां माफी से ज्यादा आरोप की ओर इशारा करती हैं।
महानता वाली माफी-
आप अपने पार्टनर को सॉरी बोलना चाहते हैं, क्योंकि आपने उसकी भावनाओं को ठेस पहुंचाई है लेकिन ऐसा करते समय उसे यह भी जताने लगते हैं कि जब पिछली बार पार्टनर से कोई गलती हुई थी तो उसने आपको सॉरी नहीं बोला था। इस तरह की दिखावे वाली माफी से बेहतर है कि आप माफी ही न मांगें।
दिखावे वाली माफी-
आजकल लोग गलती का पछतावा होने पर नहीं बस फॉर्मेलिटी के लिए एक दूसरे से माफी मांग लेते हैं। ताकि आप दोनों का रिश्ता बस बना रहे। लेकिन ऐसी माफी का कोई मतलब नहीं होता है। सर्फ औपचारिकता निभाने के लिए माफी न मांगें, जब दिल से अपनी गलती महसूस हो तभी दूसरों से माफी मांगें।
टेक्नोलॉजी वाली माफी-
कई बार लोग सामने से अपनी गलती का अहसास करने की जगह फोन या वॉट्सऐप पर ही माफी मांग कर फॉर्मेलिटी पूरी कर लेते हैं। आपको जिस भी व्यक्ति से माफी मांगनी है वह अगर आपके आमने-सामने कहीं है तो उसके पास जाकर माफी मांगें। आपके ऐसा करने से सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
लेट वाली माफी-
कुछ लोग सॉरी फील करने में इतना समय लगा लेते हैं कि उनके सॉरी कहने या न कहने का कोई मतलब नहीं रह जाता है।
सॉरी के साथ लेकिन वाली माफी-
अगर मेरी बातों से किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं दिल से माफी मांगता या मांगती हूं। ऐसे लोग सॉरी बोलते समय यह जताने की कोशिश करते हैं कि उनका मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं था।