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गर्भवती महिलाएं रोजाना कर सकती हैं ये योग आसन, स्मूद डिलीवरी के लिए है मददगार

गर्भावस्था के दौरान, महिलाओं को मूड स्विंग, थकान, ऐठन और बीमारी का सामना करना पड़ता है और इन सभी को योग की मदद से आसानी से दूर किया जा सकता है। योग न केवल आपके दिमाग को आराम देता है, बल्कि गर्भवती...

गर्भवती महिलाएं रोजाना कर सकती हैं ये योग आसन, स्मूद डिलीवरी के लिए है मददगार
टीम लाइव हिंदुस्तान,नई दिल्लीSun, 19 Sep 2021 05:56 PM

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गर्भावस्था के दौरान, महिलाओं को मूड स्विंग, थकान, ऐठन और बीमारी का सामना करना पड़ता है और इन सभी को योग की मदद से आसानी से दूर किया जा सकता है। योग न केवल आपके दिमाग को आराम देता है, बल्कि गर्भवती महिलाओं के लिए इसके कई फायदे भी हैं जिनके बारे में हम नहीं जानते हैं। प्रसवपूर्व योग सबसे अविश्वसनीय काम करता है, यह आपको सामान्य प्रसव में मदद करता है साथ ही आपको अपने अजन्मे बच्चे के साथ एक बंधन और रिलेशन स्थापित करने की अनुमति देता है। हालांकि हर गर्भवती महिला को किसी एक्सपर्ट की देख रेख और डॉक्टर के सुझाव पर ही योग आसन करने चाहिए। 

1) बटरफ्लाई आसन

इसको करने  से प्रजनन अंग मजबूत होते हैं, साथ ही उलटी के मन से छुटकारा मिलता है। इसको करने के लिए पैरों को सामने की ओर फैलाते हुए बैठ जाएं और रीढ़ की हड्डी सीधी रखें। अब घुटनों को मोड़ें और दोनों पैरों को श्रोणि की ओर लाएं, दोनों हाथों से अपने पांव को कस कर पकड़ लें। एड़ी को जननांगों के करीब रखने की कोशिश करें और तितली के पंखों की तरह दोनों पैरों को ऊपर नीचे हिलाना शुरू करें। इसे करते समय सांस लें और छोड़ें। 

2) माउंटेन पोज

माउंटेन पोज हिप्स, हैमस्ट्रिंग और ग्रोइन मसल्स को स्ट्रेच करने में मदद करता है। साथ ही यह तनाव और पीठ दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। यह योग मुद्रा गर्भावस्था के दौरान पाचन में सुधार करने में भी मदद करता है। क्रास टांगों के साथ चटाई पर सीधे बैठ जाएं। अपनी बाहों को ऊपर उठाएं और अपनी हथेलियों को नमस्ते की स्थिति में मिला लें। जब तक कर सकते हैं तब तक पोज को होल्ड करें और फिर आराम करें।

3) ट्विस्टिड पोज 

ट्विस्टिड पोज कब्ज से छुटकारा पाने के लिए बहुत फायदेमंद होता है और यह पीठ में किसी भी तरह के खिंचाव या जकड़न से भी राहत देता है। पैरों को सामने फैलाकर सीधे बैठें, फिर सांस लें और अपनी बाहों को कंधे के स्तर पर उठाएं। धीरे-धीरे सांस छोड़ें जबकि आप अपने शरीर को कमर से मोड़ते हुए अपने दाहिने चलते हुए सिर की ओर और हाथों को एक साथ एक ही तरफ मोड़ें। जितना हो सके बाजुओं को पीछे की ओर घुमाएं। सांस लेते हुए वापस सामान्य स्थिति में आ जाएं।
 

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