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मानसिक उलझन को शांत करके आपके तन-मन को आराम पहुंचाता है परिवृत जानू शीर्षासन, जानें फायदे 

मन की उलझन को को शांत करने के लिए कई लोग दवाइयों का इस्तेमाल करते हैं, वहीं कई लोग ऐसे भी हैं जो स्मोकिंग या अल्कोहल का सेवन करके मन को स्थिर करने की कोशिश करते हैं लेकिन ये सभी तरीके अस्थायी रूप से...

मानसिक उलझन को शांत करके आपके तन-मन को आराम पहुंचाता है परिवृत जानू शीर्षासन, जानें फायदे 
लाइव हिन्दुस्तान टीम ,नई दिल्ली Thu, 24 Sep 2020 04:25 PM
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मन की उलझन को को शांत करने के लिए कई लोग दवाइयों का इस्तेमाल करते हैं, वहीं कई लोग ऐसे भी हैं जो स्मोकिंग या अल्कोहल का सेवन करके मन को स्थिर करने की कोशिश करते हैं लेकिन ये सभी तरीके अस्थायी रूप से ही आपकी इस समस्या को दूर करते हैं। वहीं, लम्बे समय तक इन तरीकों के इस्तेमाल से आपको न सिर्फ सेहत से जुड़ी परेशानियां होने लगती है बल्कि आपको दवाइयों, धूम्रपान की आदत भी लग जाती है। ऐसे में अगर आप मानसिक शांति के लिए योग को अपनाते हैं, तो इससे न सिर्फ आपको स्थायी रूप से समाधान मिलेगा बल्कि इससे आप कई बीमारियों से भी बचे रहेंगे। आज हम आपको बता रहे हैं परिवृत्त जानू शीर्षासन। यह छाती की मांसपेशियों की स्ट्रेचिंग करने वाला एक योगासन है। योग का कुछ समय से अभ्यास कर रहे लोग परिवृत जानू शीर्षासन का अभ्यास कर सकते हैं।

कैसे करें परिवृत जानू शीर्षासन
-धीरे से सांस छोड़ते हुए बायें ओर से कंधे को ऐसे झुकाएं कि वह घुटनों के पीछे के हिस्से को टच करें, आपकी कोहनी ज़मीन पर हो और हथेली बाएं पैर की एड़ी को छुएं।
-दाहिने हाथ की बांह को सर के ऊपर ले जाएं ताकि वह बाएं पैर के अंगूठे तक पहुंच सके।
-दाहिने पैर की कोहनी ऊपर की तरफ हो और सुविधाजनक स्थिति में आने के बाद अपना सिर छत की तरफ घुमाएं। इस वक़्त आपका धड़ बायें जांघ के पास ले -जाने की कोशिश करें, और सर का पिछला हिस्सा बाएं पैर के घुटने को टच करें।
-इस स्थिति में 30 सेकंड्स से 1 मिनट तक रहें , उसके बाद अपना धड़ ज़मीन की तरफ घुमाएं और दाहिनी तरफ जितना हो सके उतना नीचे ले जाएं और ऊपर ले जाएं।
-अब दूसरी तरफ से दोहराएं।

इस आसान के फायदे 
-इस आसन से आपके मन की उलझन शांत होती है, जिससे आपको नींद अच्छी आती है। 
-इस आसन से कंधों, हैमस्ट्रिंग और रीढ़ की मांसपेशियों को स्ट्रेच करता है।
-यह पेट से जुड़े अंगों, लीवर और किडनी को उत्तेजित करता है।
-किडनी, लीवर और पेट से जुड़े अंगों को काम करने में मदद करता है।
-यह छाती की मांसपेशियों को खोलने का काम करता है।
-चिंता, थकान और अनिद्रा से राहत प्रदान करता है।
 

Photo Credit :ps_yogasana

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