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लॉकडाउन में सबसे ज्यादा बच्चों की आंखों पर पड़ा बुरा असर, ये है बड़ी वजह

कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन ने बच्चों पर बेहद बुरा असर डाला है। यह बात एक नए अध्ययन में सामने आई है। अध्ययन के मुताबिक बच्चों को सबसे ज्यादा आंखों की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इससे...

लॉकडाउन में सबसे ज्यादा बच्चों की आंखों पर पड़ा बुरा असर, ये है बड़ी वजह
एजेंसी,हांगकांगThu, 05 Aug 2021 05:14 PM

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कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन ने बच्चों पर बेहद बुरा असर डाला है। यह बात एक नए अध्ययन में सामने आई है। अध्ययन के मुताबिक बच्चों को सबसे ज्यादा आंखों की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इससे बच्चों में निकट दृष्टि दोष नाम की बीमारी बढ़ने लगी है। 

अध्ययन में कहा गया है कि लॉकडाउन के कारण आउटडोर गेम बंद हो गए। उनका बाहर निकलना बंद हो गया है। अध्ययन के मुताबिक बच्चे घर में रहकर हमेशा स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते या फिर वे टीवी देखते हैं। वे ज्यादातर समय मोबाइल पर गेम खेल कर बिताते हैं। इसके अलावा उन्हें पढ़ाई भी कंप्यूटर पर ही करना पड़ती है। यही कारण है इन बच्चों को निकट दृष्टि दोष हो गया है। यह अध्ययन ब्रिटिश जर्नल ऑफ ओप्थाल्मोलॉजी में प्रकाशित हुआ था।

करीब 1793 बच्चों की जांच की:
यह अध्ययन हांगकांग में किया गया है। करीब 1793 बच्चों की आंखों की जांच करने के बाद यह बात सामने आई कि बच्चों में निकट दृष्टि दोष या मायोपिया की बीमारी तेजी से बढ़ने लगी है। अध्ययन में 700 बच्चों को लॉकडाउन लगने के बाद शुरुआती दौर में ही शामिल कर लिया गया, जबकि बाकी बच्चों पर पिछले तीन साल से नजर रखी जा रही थी।

इनके लाइफस्टाइल, आउटडोर एक्टिविटी और स्क्रीन पर बिताए समय पर बारीकी से नजर रखी जा रही थी। एक साल में इन बच्चों की आंखों को कई बार चेक किया गया। इसमें पाया गया कि छह साल के बच्चों में 28 प्रतिशत बच्चे निकट दर्शिता से पीड़ित हो गए थे, जबकि 5 साल साल के 27 प्रतिशत बच्चों को आंखों का निकट दृष्टि दोष हो गया है। इसके अलावा 8 साल के 26 प्रतिशत बच्चे भी इसी बीमारी से कोविड के दौरान जूझने लगे। 

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