बच्चों की परवरिश के दौरान पैरेंट्स तनाव से निपटने के लिए अपनाएं ये टिप्स, ये है विशेषज्ञ की सलाह
Parenting Stress: रोजमर्रा की जिम्मेदारी के साथ बच्चे की जिम्मेदारी माता-पिता के लिए कई बार तनाव का कारण बन जाती है। इस वजह से माता पिता न अपनी सेहत पर ध्यान दे पाते हैं और ना अपने बच्चे की सही से दे
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Parenting Stress: आज के समय में माता पिता न केवल ऑफिस और घर के बीच तालमेल बैठाने में व्यस्त हैं बल्कि वह अपने बच्चे को सही परवरिश देने की भी इच्छा रखते हैं। ऐसे में रोजमर्रा की जिम्मेदारी के साथ बच्चे की जिम्मेदारी माता-पिता के लिए कई बार तनाव का कारण बन जाती है। इस वजह से माता पिता न अपनी सेहत पर ध्यान दे पाते हैं और ना अपने बच्चे की सही से देखभाल कर पाते हैं। ऐसे में समय रहते इस परिस्थिति से बाहर आना बहुत जरूरी है। यदि माता-पिता तनाव की स्थिति से बाहर निकलना चाहते हैं तो यहां दिए टिप्स आपके बेहद काम आ सकते हैं। आप इन तरीकों को घर पर आसानी से आजमा सकते हैं। इसके लिए हमने गेटवे ऑफ हीलिंग की संस्थापक और निदेशक व साइकोथेरेपिस्ट डॉ. चांदनी (Dr. Chandni Tugnait, M.D (A.M.) Psychotherapist, Lifestyle Coach & Healer) से भी बात की है। आइए जानते हैं तनाव से निपटने के लिए डॉ. चांदनी पैरेंट्स को देती हैं क्या सलाह।
बाहर का स्ट्रेस घर पर न लाएं-
अगर आपको ऑफिस का स्ट्रेस है तो उसे घर न लाएं। इसके लिए आप किसी मित्र, अपने जीवनसाथी या सहकर्मी की मदद ले सकते हैं। अपनों के साथ परेशानी सांझा करने से तनाव आधा हो जाता है। साथ ही आपके घरेलू जीवन और बच्चे की परवरिश के बीच भी तनाव नहीं आएगा। इससे अलग घर पर तनावमुक्त रहने के लिए आप गहरी- सांस ले सकते हैं और हल्का म्यूजिक सुन सकते हैं।
मौज-मस्ती के अवसर तलाशें-
अपने बच्चों के साथ कुछ ऐसी गतिविधियां करें जो आपको खुश करें। इससे आपका रिश्ता अपने बच्चे के साथ मजबूत बनेगा साथ ही व्यवहार में भी बदलाव आएगा। ख्याल रहे आप हर चीज को जीत-हार की स्थिति बनाने से बचें। इससे भी तनाव की स्थिति पैदा हो सकती है। इससे अलग आप अपने बच्चों की स्कूल की किताब पढ़ें, फिर कुछ टॉपिक्स पर चर्चा करें। इससे न केवल बच्चों में सकारात्मक सोच पैदा होगी बल्कि वे प्रोत्साहित भी होंगे।
आराम करना न भूलें-
दिन में कुछ पल अपने लिए भी निकालें। भले ही आप ये समय शाम के वक्त निकालें। इस समय में आप माता-पिता के रूप में बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम बिता सकते हैं। वहीं आप अपना कोई हुनर भी निखार सकते हैं। बता दें कि शाम को पढ़ना तनाव कम करने या दूर करने का एक शानदार तरीका है।" अपनी जीवनशैली में योग, ध्यान, किताब पढ़ना, कार्ड खेलना, टीवी देखना आदि को जोड़ने का प्रयोस करें।
7 से 8 घंटे की नींद लेना जरूरी-
अक्सर माता-पिता घर की जिम्मेदारी और बच्चों को समय देने के कारण खुद अपनी नींद पूरी नहीं कर पाते, जिसके कारण वे न केवल मानसिक समस्याओं का शिकार हो सकते हैं बल्कि नींद न पूरी होने का गुस्सा बच्चों पर उतर सकता है। ऐसे में व्यक्ति को कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लेनी बेहद जरूरी है। इससे न केवल तनाव दूर होगा बल्कि आप बच्चों के साथ बिना किसी स्ट्रेस के टाइम बिता पाएंगे।
जरूरत पड़ने पर परिवार की लें मदद-
जब हम तनाव महसूस करते हैं तो उस परिस्थिति से बाहर निकलने के लिए भी खुद ही कुछ न कुछ तरीके अपनाते रहते हैं। लेकिन जब लगे कि आप अपनी परिस्थिति को संभाल नहीं पा रहे हैं तो ऐसे में आप अपनों की मदद ले सकते हैं। "सुपरमॉम" या "सुपरडैड" बनने की कोशिश तनाव को कम करने में उपयोगी साबित हो सकती है। इससे आप बेहतर निर्णय लेंगे, आप एक बेहतर श्रोता बनेंगे, और आप अपने बच्चों के साथ अपनी बातचीत का आनंद भी उठा सकते हैं। परिस्थिति के बढ़ने पर आप एक्सपर्ट से भी संपर्क कर सकते हैं।