नेशनल मिल्क डे: जानें कौन थे 'मिल्क मैन' नाम से मशहूर वर्गीज कुरियन
National milk day 2019: देशभर में हर साल 26 नवंबर को नेशनल मिल्क डे मनाया जाता है। खास बात यह है कि इस दिन भारत में श्वेत क्रांति के जनक डॉ. वर्गीज कुरियन का जन्मदिन होता है। जिसे हर साल...
National milk day 2019: देशभर में हर साल 26 नवंबर को नेशनल मिल्क डे मनाया जाता है। खास बात यह है कि इस दिन भारत में श्वेत क्रांति के जनक डॉ. वर्गीज कुरियन का जन्मदिन होता है। जिसे हर साल 'राष्ट्रीय दुग्ध दिवस' के रुप में मनाया जाता है। आइए इस मौके पर जानते हैं आखिर कौन थे डॉ. वर्गीज कुरियन और कैसे तय किया उन्होंने सफलता का ये सफर।
केरल के कोझिकोड में हुआ जन्म-
भारत में श्वेत क्रांति लाने वाले डॉक्टर वर्गीज कुरियन का जन्म केरल के कोझिकोड में एक सीरियाई ईसाई परिवार में नवंबर 1921 को हुआ था। वर्गीज ने लॉयला कॉलेज से साल 1940 में स्नातक करने के बाद चेन्नई के गिंडी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से डिग्री प्राप्त की। जिसके बाद डॉक्टर वर्गीज कुरियन को डेयरी इंजीनियरिंग में अध्ययन करने के लिए भारत सरकार की तरफ से स्कॉलरशिप भी मिली। साल 1948 में मिशीगन स्टेट यूनिवर्सिटी से डॉक्टर वर्गीज कुरियन ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की मास्टर डिग्री हासिल की।जिसमें डेयरी इंजीनियरिंग भी उनके पास एक विषय था।
ऐसे हुआ था अमूल का जन्म-
देश को दूध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने और किसानों की दशा सुधारने के लिए उन्होंने त्रिभुवन भाई पटेल के साथ मिलकर खेड़ा जिला सहकारी समिति शुरू की। साल 1949 में कुरियन ने गुजरात में दो गांवों को सदस्य बनाकर डेयरी सहकारिता संघ की स्थापना की थी। कुरियन दुनिया के पहले व्यक्ति थे जिन्होंने भैंस के दूध से पाउडर का निर्माण किया था। इससे पहले दूध कंपनी गाय के दूध से बने पाउडर का ही निर्माण करती थी।
अमूल ने इस तरह तय किया सफलता का सफर-
देश में श्वेत क्रांति लाने वाले 'फादर ऑफ द व्हाइट रेवेल्यूशन' कुरियन के आइडिया 'ऑपरेशन फ्लड' ने भारत की मिल्क इंड्स्ट्री को हमेशा-हमेशा के लिए बदल के रख दिया। 30 सालों में उन्होंने दूध की कमी से जूझ रहे भारत को विश्व का सबसे बड़ा दूध उत्पादक बनाया। उनके योगदान के लिए उन्हें रैमन मैगसेसे, पद्म विभूषण और वर्ल्ड फूड प्राइज जैसे अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।