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जानें कैसे संजीवनी साबित होता है संतुलित आहार और व्यायाम

थकान महसूस होने या कमजोरी लगने पर लोग अक्सर हेल्थ सप्लीमेंट्स ले लेते हैं। मगर डॉक्टर खानपान सुधारने या व्यायाम करने की सलाह देते हैं। आपको लगता है कि जो विटामिन या मिनरल हम खा नहीं पाते हैं, उन्हें...

जानें कैसे संजीवनी साबित होता है संतुलित आहार और व्यायाम
स्मार्ट टीम,नई दिल्लीFri, 16 Aug 2019 03:07 PM
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थकान महसूस होने या कमजोरी लगने पर लोग अक्सर हेल्थ सप्लीमेंट्स ले लेते हैं। मगर डॉक्टर खानपान सुधारने या व्यायाम करने की सलाह देते हैं। आपको लगता है कि जो विटामिन या मिनरल हम खा नहीं पाते हैं, उन्हें गोलियों के रूप में लेने में हर्ज ही क्या है। लेकिन हाल में हुए एक शोध में पाया गया है कि सेहतमंद रहने के लिए संतुलित आहार और व्यायाम का कोई विकल्प नहीं है।

हाल ही में हुए एक शोध में यह बात सामने आई है कि  विटामिन सप्लीमेंट्स का दिल की सेहत या उम्र में इजाफा करने में कोई योगदान नहीं होता है। इस शोध के सह लेखक स्कूल ऑफ मेडिसिन में कार्डियोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर एरिन मिकोस ने बताया कि गोलियों के रूप में लिए जाने वाले ज्यादातर विटामिन न तो असमय मृत्यु के खतरों को कम करते हैं और न ही दिल की सेहत को बेहतर बनाते हैं। यह अध्ययन पिछले महीने ‘एनल्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन’ में प्रकाशित किया गया। यह अध्ययन दरअसल विटामिन, मिनरल और अन्य सप्लिमेंट्स का हमारे दिल की सेहत पर पड़ने वाले असर पर किया गया था।

शोधकर्ताओं का कहना है कि विटामिन सप्लीमेंट्स का दिल की सेहत या उम्र में इजाफा करने में कोई योगदान नहीं होता है। इस शोध पत्र में दिल की सेहत पर खानपान और सप्लीमेंट्स के प्रभाव का अध्ययन अलग-अलग रैंडम क्लीनिकल ट्रायल के जरिये किया गया। नॉर्थवेस्टर्न मेडिसिन में चीफ ऑफ इंटरनल मेडिसिन एंड जेरियाट्रिक्स में डॉक्टर जेफरी लिंडर का कहना है कि इस रिसर्च के नतीजों से उस सोच पर मुहर लगी है, जिसके मुताबिक अच्छी डाइट का कोई विकल्प नहीं है। जब भी कोई अहम तत्व खाने के जरिये और सप्लीमेंट्स के रूप में लेने के बीच तुलना की गई है, तो खाने के जरिए लिए जाने वाले तत्वों ने बाजी मारी है।

सेहत पर भारी पड़ जाते हैं विटामिन सप्लीमेंट्स

विशेषज्ञों का कहना है कि बिना स्पष्ट निर्देशों के लोग न सिर्फ अपने पैसे बर्बाद करते हैं, बल्कि कई मामले ऐसे भी हुए हैं जब ये सप्लीमेंट्स सेहत पर भी भारी पड़े हैं। इस अध्ययन में यह तो कहा गया है कि ओमेगा 3 फैटी एसिड के सप्लीमेंट्स  हार्ट अटैक रोकने में मदद करते हैं। दूसरी तरफ कैल्शियम और विटामिन डी साथ लेने से स्ट्रोक के बढ़ते खतरों के लिए सतर्क भी किया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल की सेहत दुरुस्त रखने के लिए ताजे फल, सब्जियां और साबुत अनाज खाने चाहिए।

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