फोटो गैलरी

Hindi News लाइफस्टाइलहिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में मनीष मल्होत्रा ने कहा फैशन एक ऐसा मंच है जिसे युवा और बूढ़े लोग दोनों एन्जॉय करते हैं

हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में मनीष मल्होत्रा ने कहा फैशन एक ऐसा मंच है जिसे युवा और बूढ़े लोग दोनों एन्जॉय करते हैं

हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट 2019 के दूसरे दिन शनिवार को मनीष मल्होत्रा ने कहा- मुझे ऐसा लगता है कि फैशन एक ऐसा मंच है जहां युवा और बूढ़े लोग दोनों एन्जॉय करते हैं, अगर हमें आगे बढ़ना है तो...

हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में मनीष मल्होत्रा ने कहा फैशन एक ऐसा मंच है जिसे युवा और बूढ़े लोग दोनों एन्जॉय करते हैं
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीSun, 08 Dec 2019 06:01 AM
ऐप पर पढ़ें

हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट 2019 के दूसरे दिन शनिवार को मनीष मल्होत्रा ने कहा- मुझे ऐसा लगता है कि फैशन एक ऐसा मंच है जहां युवा और बूढ़े लोग दोनों एन्जॉय करते हैं, अगर हमें आगे बढ़ना है तो इस मंच को जागरुकता के लिए इस्तेमाल करना होगा।

हिन्दुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में हिस्सा लेने वाले मनीष मल्होत्रा ने कहा कि एक सुनहरे भविष्य के लिए समाज में जागरुकता फैलाने का काम सिर्फ डिजाइनर का ही नहीं बल्कि यह जिम्मेदारी देश में रहने वाले सभी लोगों की होनी चाहिए। मनीष मानते हैं कि सभी लोगों को जरूरतमंद लोगों की शिक्षा, रोजगार, तरक्की के लिए एकसाथ मिलकर काम करना चाहिए।  

इस समिट में उन्होंने बताया कि कैसे 10 साल पहले बॉलिवुड अभिनेत्री शबाना आजमी ने 40 महिलाओं के साथ काम करना शुरू किया था जिनकी संख्या आज 450 है। इन सभी महिलाओं के पास आज रोजगार है, वो अपने पैरों पर खड़ी हैं।

वहीं फैशन इंडस्ट्री में अपना एक मकाम हासिल कर चुके मनीष मल्होत्रा कहते हैं कि करियर के इस पड़ाव पर मैं फैशन के साथ नए-नए प्रयोग करने का जोखिम उठा सकता हूं। हालांकि, इसका यह मतलब नहीं कि मैं पुरानी चीजों से कटता जा रहा हूं। मैं लोगों को उनके पुराने-पारंपरिक कपड़ों का नए अंदाज में पहनने के लिए प्रेरित करता हूं।

उन्होंने इस शो में युवाओं को अपनी दादी-नानी के जमाने के फैशन को दोबारा रिक्रिएट करके इस्तेमाल करने का भी सुझाव दिया। उन्होंने मजाकिया लहजे में आपनी बात को रखते हुए कहा कि लोगों को शायद इसी वजह से मैं एक अच्छा बिजनेसमैन नहीं लगता क्योंकि मैं लोगों को अक्सर उनकी मम्मी, दादी या नानी की ही पुरानी साड़ियों को दोबारा पहनने की सलाह दे देता हूं। लेकिन एक फैशन डिजाइन होने के नाते मुझे लगता है कि एक अच्छे फैशन की हमेशा सरहाना की जानी चाहिए। 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें