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कॉम्बिनेशन थेरेपी से हार्ट अटैक व स्ट्रोक का जोखिम हो सकता है आधा, जानें क्या है 'फिक्स डोज कॉम्बिनेश थैरेपी'

एस्पिरिन, स्टैटिन और रक्तचाप की कम से कम दो दवाओं की निश्चित खुराक को मिलाकर दिए जाने से घातक हृदय रोग (सीवीडी) का जोखिम आधे से भी ज्यादा स्तर तक कम हो सकता है। हैमिल्टन के शोधकर्ताओं के नेतृत्व...

कॉम्बिनेशन थेरेपी से हार्ट अटैक व स्ट्रोक का जोखिम हो सकता है आधा, जानें क्या है 'फिक्स डोज कॉम्बिनेश थैरेपी'
एजेंसी, कनाडाMon, 27 Sep 2021 09:05 AM

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एस्पिरिन, स्टैटिन और रक्तचाप की कम से कम दो दवाओं की निश्चित खुराक को मिलाकर दिए जाने से घातक हृदय रोग (सीवीडी) का जोखिम आधे से भी ज्यादा स्तर तक कम हो सकता है। हैमिल्टन के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में हे एक हालिया अंतरराष्ट्रीय अध्ययन में यह बात सामने आई है। चिकित्सा के इस तरीके को प्रभावी बताया गया है। इसे फिक्स डोज कॉम्बिनेश थैरेपी (एफडीसी) कहा गया है। कॉम्बिनेशन थेरेपी या पॉलीथेरेपी वह थेरेपी है जो एक से अधिक दवाओं या तौर- तरीकों का उपयोग करती है।

तीन बड़े नैदानिक परीक्षणों से पूर्व बिना सीवीडी वाले 18, 000 से अधिक रोगियों के संयुक्त विश्लेषण में निश्चित खुराक संयोजन (एफडीसी) उपचारों की जांच एस्पिरिन बनाम बिना एस्पिरिन के दोनों तरह से की गई। एस्पिरिन सहित एफडीसी ने दिल के दौरे के जोखिम को 53 प्रतिशत, स्ट्रोक के जोखिम को 51 प्रतिशत कम किया। साथ ही हृदय संबंधी कारणों से होने वाली मौतों में 49 प्रतिशत की कटौती की। हृदय अनुसंधान में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अध्ययन के परिणामों का स्वागत किया गया है।

प्रभावी उपचार रणनीति जरूरीः
दुनियाभर में लगभग 19 मिलियन लोगों की मौत सीवीडी के कारण हो जाती है और हर साल इससे दोगुने लोग दिल के दौरे या स्ट्रोक से गुजरते हैं। अध्ययन के शोधकर्ताओं ने कहा कि ऐसी बीमारी के पूर्व इतिहास के बिना लोगों में लगभग 80 प्रतिशत कार्डियोवैस्कुलर घटनाएं होती हैं। इसका अर्थ है कि अगर दुनिया में अधिकांश दिल के दौरे, स्ट्रोक और संबंधित मौतों को रोका जाना है तो सीवीडी के बिना लोगों में दवाओं सहित प्रभावी निवारक रणनीतियां आवश्यक हैं।

मैकमास्टर विश्वविद्यालय में मेडिसिन के एसोसिएट प्रोफेसर, जनसंख्या स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान के अन्वेषक और हैमिल्टन हेल्थ में कार्डियोलॉजिस्ट फिलिप जोसेफ ने कहा कि यह संयोजन या तो अलग से दिया जाता है या पॉलीपिल (एक दवा) के रूप में संयुक्त होता है। घातक और गैर-घातक सीवीडी घटनाओं को काफी हद तक कम करता है।

वृद्धों में अधिक लाभ हो सकते हैः
सबसे बड़ा प्रभाव उपचार के साथ देखा जाता है, जिसमें रक्तचाप कम करने वाले एजेंट, एक स्टेटिन और एस्पिरिन एक साथ शामिल होते हैं, जो घातक और गैर-घातक कार्डियोवैस्कुलर घटनाओं को लगभग आधा कर सकते हैं। विभिन्न रक्तचाप के स्तर, कोलेस्ट्रॉल के स्तर और मधुमेह वाले या बिना मधुमेह वालों में इस थैरेपी के लाभ समान होते हैं। हालांकि वृद्ध लोगों में इसके अधिक बड़े लाभ हो सकते हैं। यह अध्ययन जोसेफ मैकमास्टर यूनिवर्सिटी और हैमिल्टन हेल्थ साइंसेज के जनसंख्या स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान द्वारा किया गया है। 

12 देशों के जांचकर्ता शामिल हुएः
अध्ययन में 13 देशों के जांचकर्ताओं को शामिल किया गया और इसमें 26 देशों और दुनिया के हर बसे हुए महाद्वीप के प्रतिभागी शामिल थे। अध्ययन हाल ही में द लैंसेट में प्रकाशित किया गया। शोधकर्ताओं द्वारा परीक्षण में अपनाई गई एफडीसी उपचार रणनीतियों को पहले सीवीडी घटनाओं को काफी हद तक कम करने के लिए सोचा गया था। एकल-टैबलेट दवा फार्मूले में उपयोग किए जाने पर इसे 'पॉलीपिल्स' कहा जाता है, लेकिन पिछले दो वर्षों तक लाभों का प्रमाण नहीं मिला है।

संयोजन गोली की अवधारणा को पहली बार ठीक 20 साल पहले आबादी में सीवीडी को काफी हद तक कम करने की रणनीति के रूप में प्रस्तावित किया गया। उन लोगों के लिए भी, जिन्हें पहले से ही दिल का दौरा या स्ट्रोक हो चुका है।

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