फोटो गैलरी

Hindi News लाइफस्टाइललोहे की कड़ाही में भूलकर भी न पकाएं ये चीजें सेहत को फायदा नहीं होगा नुकसान, ध्यान रखें ये जरूरी बातें

लोहे की कड़ाही में भूलकर भी न पकाएं ये चीजें सेहत को फायदा नहीं होगा नुकसान, ध्यान रखें ये जरूरी बातें

Avoid Cooking These Foods In An Iron Kadhai: आयरन की कमी से जूझ रहे लोगों को अक्सर लोहे के बर्तनों में खाना पकाकर खाने की सलाह दी जाती है। माना जाता है कि लोहे के बर्तन में खाना बनाकर...

लोहे की कड़ाही में भूलकर भी न पकाएं ये चीजें सेहत को फायदा नहीं होगा नुकसान, ध्यान रखें ये जरूरी बातें
लाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीTue, 11 May 2021 03:32 PM
ऐप पर पढ़ें

Avoid Cooking These Foods In An Iron Kadhai: आयरन की कमी से जूझ रहे लोगों को अक्सर लोहे के बर्तनों में खाना पकाकर खाने की सलाह दी जाती है। माना जाता है कि लोहे के बर्तन में खाना बनाकर खाने से सेहत को कई अद्भुत लाभ मिलते हैं। बता दें, एक वयस्क महिला को रोजाना 18 mg आयरन की जरूरत होती है जबकि चार महीने तक नियमित रूप से लोहे के बर्तन में पका खाना बच्चों को दिया जाए तो उनके हीमोग्लोबिन स्तर में भी सुधार आ सकता है। बावजूद इसके क्या आप जानते हैं खाना बनाते समय इन बर्तनों का सही तरह से इस्तेमाल न करने पर आप सेहत से जुड़ी किसी बड़ी मुसीबत को भी न्योता दे सकते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं लोहे के बर्तनों में भोजन पकाते से पहले वौ कौन सी जरूरी बातें हैं जिन्हें ध्यान में रखना बेहद जरूरी होता है।   

लोहे के बर्तन में क्या न पकाएं-

खट्टी या एसिड से जुड़ी चीजें भूलकर भी लोहे के बर्तन में न पकाएं। ऐसे भोजन लोहे के साथ प्रतिक्रिया कर सकते हैं, जिससे भोजन में धातु जैसा अप्रिय स्वाद पैदा हो सकता है। यही वजह है कि कढ़ी, रसम, सांभर या फिर टमाटर से बनने वाली तरी को स्टेनलेस स्टील के बर्तनों में ही पकाने की सलाह दी जाती है।

लोहे की कड़ाही में बनी हरी सब्जियों में जल्द कालापन आ जाता है। ऐसा उसमें मौजूद आयरन और लोह तत्व की वजह से होता है। जो सेहत के लिए सही नहीं है। सब्जियों के काले होने की दो वजह होती हैं या तो बर्तन अच्छे से साफ नहीं हुआ है या फिर आपने खाना पकाने के बाद उसे लोहे के बर्तन में ही छोड़ दिया है। ऐसा बिल्कुल न करें। लोहे के बर्तनों में पकाया हुआ भोजन तुरंत किसी दूसरे कांच या इनैमल के बर्तन में पलट दें।

हफ्ते में कितने दिन बनाएं लोहे के बर्तन में खाना-

रोजाना लोहे के बर्तनों में खाना पकाना सही नहीं है। सप्ताह में केवल दो से तीन बार ही इनमें खाना बनाएं। लोहे के बर्तनों को धोने के लिए हल्के डिटर्जेंट का इस्तेमाल करें। इन बर्तनों को धोते ही तुरंत किसी कपड़े से पोंछकर साफ कर दें। ध्यान रखें इन्हें धोने के लिए कभी भी खुरदरे स्क्रबर या लोहे के जूने का इस्तेमाल न करें।

लोहे के बर्तनों को संग्रह करके रखने से पहले इन पर सरसों का तेल की एक पतली परत लगा दें, ताकि उन पर जंग न लग सके। हमेशा बर्तन को साफ और सूखी जगह पर रखें, जहां पानी और नमी की वजह से उन पर जंग न लगे।

Disclaimer- इस आलेख में दी गई जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।

 

यह भी पढ़ें : काली मिर्च सिर्फ एक मसाला ही नहीं, औषधीय गुणों का भंडार है, जानिए ये कैसे काम करती है

 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें