ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव की जानकारी देगा 'लिबर सेंस', 3 फीट गहरे पानी में भी 30 मिनट तक करता है काम
खून में शुगर का स्तर बढ़ना और घटना, दोनों ही घातक है। ऐसे में जरा सोचिए, आपको कोई ऐसा ‘ग्लूकोज सेंसर’ मिल जाए, जो ब्लड शुगर के स्तर में होने वाले उतार-चढ़ाव की जानकारी स्मार्टफोन पर दे...
खून में शुगर का स्तर बढ़ना और घटना, दोनों ही घातक है। ऐसे में जरा सोचिए, आपको कोई ऐसा ‘ग्लूकोज सेंसर’ मिल जाए, जो ब्लड शुगर के स्तर में होने वाले उतार-चढ़ाव की जानकारी स्मार्टफोन पर दे सके तो कितना अच्छा रहेगा। अमेरिका की एक शीर्ष दवा निर्मता कंपनी ने आपकी इसी कल्पना को हकीकत में तब्दील कर दिया है।
इलिनॉयस स्थित एबॉट ने ‘लिबर सेंस’ नाम का एक गोलाकार बायोसेंसर तैयार किया है, जो ब्लड शुगर के स्तर पर नजर रखने वाली ‘फ्रीस्टाइल लिबर’ तकनीक पर आधारित है। दो पाउंड के सिक्के के बराबर यह उपकरण एक खास पट्टी के जरिये त्वचा से चिपक जाता है। पट्टी में लगी 0.2 इंच की बारीक सुई नसों में बहने वाले खून तक पहुंच उपलब्ध कराती है। इसकी मदद से ‘लिबर सेंसर’ में मौजूद सेंसर ब्लड शुगर का स्तर आंककर स्मार्टफोन पर उपलब्ध कराते हैं।
निर्माता दल से जुड़े जेयर्ड वाटकिन ने बताया कि ‘लिबर सेंस’ न सिर्फ डायबिटीज रोगियों, बल्कि व्यायाम प्रेमियों और एथलीटों के लिए भी किसी सौगात से कम नहीं है। वे एक्सरसाइज और अभ्यास के दौरान शुगर के स्तर में आने वाली गिरावट पर नजर रखते हुए चक्कर, थकाम व कमजोरी से बचने के जरूरी उपाय कर सकेंगे। ब्लूटूथ के जरिये स्मार्टफोन ऐप से जुड़ा यह सेंसर उन्हें रियलटाइम में ब्लड शुगर का स्तर बताएगा। वाटकिन के मुताबिक ‘लिबर सेंस’ दिसंबर से चिकित्सा बाजार में उपलब्ध करा दिया जाएगा। इसे त्वचा पर चिपकाने और हटाने की प्रक्रिया में किसी भी तरह का दर्द या असुविधा महसूस नहीं होगी।
हर 15वें दिन बदलना होगा उपकरण-
-एक ‘लिबर सेंस’ औसतन 14 दिन खून में ग्लूकोज का स्तर आंकने में सक्षम होगा। 15वें दिन से ब्लड शुगर की रीडिंग के लिए यूजर को नया उपकरण लगाने की जरूरत पड़ेगी।
धूल-मिट्टी, पानी से खराबी का डर नहीं-
-निर्माताओं ने दावा किया कि ‘लिबर सेंस’ पर धूल-मिट्टी, धूप, पानी का कोई असर नहीं होगा। रनिंग, साइक्लिंग और भारोत्तोलन से लेकर स्विमिंग तक में यह सही रीडिंग उपलब्ध कराएगा।
डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद-
-एबॉट के मुताबिक डायबिटीज रोगियों में अक्सर ब्लड शुगर का स्तर बहुत अधिक या बहुत कम न होने तक कोई लक्षण नहीं उभरते। इससे उनके चक्कर खाकर गिरने और हार्ट अटैक-स्ट्रोक का शिकार होने खतरा रहता है।
अलग-अलग उपायों का असर आंकना संभव-
-कंपनी की मानें तो डायबिटीज रोगी ब्लड शुगर घटाने के लिए डाइटिंग और एक्सरसाइज से लेकर दवाओं तक का सहारा लेते हैं। ‘लिबर सेंस’ से वे यह जान पाएंगे कि कौन-सी विधि शुगर का स्तर काबू में रखने में सर्वाधिक कारगर है।
खासियत-
-गोल सिक्केनुमा उपकरण एक खास पट्टी के जरिये त्वचा से चिपक जाएगा
-पट्टी में लगी बारीक सुई ग्लूकोज का स्तर आंकने में सेंसर की मदद करेगी
-ब्लूटूथ के जरिये सेंसर हर एक मिनट पर स्मार्टफोन पर शुगर की रीडिंग देगा
खूबी-
-03 फीट गहरे पानी में 30 मिनट तक काम करने में सक्षम है ‘लिबर सेंस’
-91.6% प्रतिभागियों ने परीक्षण में इसे चिपकाने में दर्द न होने की बात कही
-13 हजार रुपये में मिलेंगे दो ‘लिबर सेंस’, एक महीने का ऐप सब्सक्रिप्शन मुफ्त होगा