शादी की खुशहाली से जुड़े डीएनए की हुई पहचान
अर्कांसस विश्वविद्यालय के एक हालिया अध्ययन के अनुसार एक विशिष्ट जीन में भिन्नता उन लक्षणों से संबंधित हो सकती है, जो विवाह के प्रथम साल में खुशहाली और संतुष्टि से संबंधित होते हैं। हालिया के शोध से...
अर्कांसस विश्वविद्यालय के एक हालिया अध्ययन के अनुसार एक विशिष्ट जीन में भिन्नता उन लक्षणों से संबंधित हो सकती है, जो विवाह के प्रथम साल में खुशहाली और संतुष्टि से संबंधित होते हैं। हालिया के शोध से संकेत मिलता है कि जीन सीडी38 में ‘सीसी’ नामक भिन्नता कृतज्ञता के बढ़े हुए स्तर से संबंधित है। मनोवैज्ञानिक अनास्तासिया माखनोवा और उनके सहयोगियों ने नवविवाहितों के एक अध्ययन से प्राप्त डेटा का उपयोग किया, ताकि यह पता लगाया जा सके कि सीडी38 सीसी में भिन्नता तथा दांपत्य जीवन में विश्वास, क्षमा और संतुष्टि के स्तरों के बीच कोई संबंध मौजूद है या नहीं। उन्होंने पाया कि सीसी भिन्नता वाले प्रतिभागियों ने रिश्तों के लिए सफल और लाभकारी माने जाने वाले लक्षणों के उच्च स्तर की धारणाओं की जानकारी दी। खासकर विश्वास अधिक देखने को मिला।
उच्च स्तर से शुरुआतः
यह अध्ययन साइकोलॉजी साइंटिफिक रिपोर्ट्स में प्रकाशित हुआ है। अध्ययन की प्रमुख लेखक माखनोवा ने कहा कि शादी में संतुष्टि की शुरुआत उच्च स्तर से मानी जाती है और फिर इसमें गिरावट आती है। हमारी दिलचस्पी यह देखने में थी कि किन कारणों से लोगों को नई शादीशुदा अवधि में रिश्ते में खुशहाली बनाएं रखने में कठिनाई हो सकती है। अध्ययन से पता चला है कि ऐसा कुछ संभावित अंतर्निहित आनुवंशिक पूर्वाभासों के कारण है।
तीन महीने तक एकत्र किया डीएनएः
अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने 142 नवविवाहितों यानी 71 जोड़ों को शामिल किया। इस दौरान नवविवाहितों का डीएनए शादी के बाद लगातार तीन महीनों तक एकत्र किया गया। तीन सालों तक हर चौथे महीने बाद एक सर्वे भी किया गया। अध्ययन के आखिर में शोधकर्ताओं ने सर्वे के परिणामों की तुलना सीडी38 की भिन्नताओं से की और पाया कि विशिष्ट सीसी भिन्नता के कारण विवाह में संतुष्टि के उच्च स्तर के लक्षणों की जानकारी मिली।
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