खिड़की-दरवाजे खोलते समय अक्सर लोगों को इस बात की चिंता रहती है कि कहीं उसे कोरोना से संक्रमित किसी व्यक्ति ने तो नहीं छुआ। स्विस वैज्ञानिकों ने लोगों की इसी चिंता का हल खोज निकाला है। उन्होंने लिथियम आयन बैटरी से लैस एक ऐसा छल्ला तैयार किया है, जिसे दरवाजे के हैंडल पर लगाने के बाद वह खुद बखुद सैनेटाइज होता जाएगा।
निर्माता कंपनी ट्वीक के मुताबिक छल्ला दरवाजे के इस्तेमाल के तीन मिनट के भीतर सक्रिय हो जाता है। यह हैंडल और उसके आसपास के हिस्से में सैनेटाइजर का छिड़काव करता है, ताकि वहां मौजूद सार्स-कोव-2 सहित अन्य हानिकारक वायरस के अंश नष्ट हो जाएं। ट्वीक की मुख्य कार्यकारी जियोवाली बरिल्ला ने बताया कि छल्ला वैज्ञानिक परीक्षण की कसौटी पर खरा उतरा है। इसके इस्तेमाल से दरवाजे पर चिपकने वाले 99.9 फीसदी रोगाणु नष्ट हो गए।
बरिल्ला की मानें तो रोगाणुओं के खात्मे में कारगर छल्ला अगले साल जून तक बाजार में उपलब्ध करा दिया जाएगा। इसमें लगी सैनेटाइजर की बोतल से एक हजार बार रोगाणुओं का खात्मा सक्षम होगा।
खत्म होने पर सैनेटाइजर की नई बोतल 39 पाउंड (लगभग 3900 रुपये) में खरीदी जा सकेगी। बरिल्ला ने दावा किया कि नया छल्ला स्कूल-कॉलेज, अस्पतालों और अन्य सार्वजनिक स्थलों को कोविड-19 जैसे जानलेवा संक्रमण से सुरक्षित बनाने में अहम साबित होगा। इसके इस्तेमाल के बाद अगर दरवाजे पर वायरस के कुछ अंश बचने की आशंका रहती भी है तो भी वह इतना ताकतवर नहीं होता कि लोगों में संक्रमण का सबब बने।
ऐप करेगा अलर्ट
निर्माताओं के मुताबिक छल्ला एक स्मार्टफोन ऐप के जरिये दरवाजे के इस्तेमाल पर नजर रखेगा। एक हजार बार सैनेटाइजर के छिड़काव के बाद यह यूजर को उसकी बोतल बदलने का अलर्ट भी जारी करेगा।
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