प्लाज्मा जेट का स्प्रे धातु, चमड़े और प्लास्टिक की सतह पर मौजूद कोरोना वायरस का 30 सेकेंड से भी कम समय में काम तमाम कर सकता है। एक नए अध्ययन में यह दावा किया गया है। शोध इस बात की उम्मीद जगाता है कि प्लाज्मा कोरोना के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
प्लाज्मा पदार्थ की चार बुनियादी अवस्थाओं में से एक है। इसे स्थिर गैस को गर्म करके या इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड के संपर्क में लाकर बनाया जा सकता है। यह शोध 'फिजिक्स ऑफ फ्लूड्स' नाम के जर्नल में प्रकाशित हुआ है। जून में किए गए इस शोध में कोल्ड प्लाज्मा का उपयोग धातु, चमड़े और प्लास्टिक जैसी सतहों पर किया गया और देखा गया कि 30 सेकेंड से भी कम समय में कोरोना वायरस जैसे विषाणुओं का काम तमाम हो गया।
अमेरिका के लॉस एंजिल्स स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस को मारने के लिए थ्री-डी प्रिंटर से बनाए गए प्रेशर प्लाज्मा जेट का स्प्रे प्लास्टिक, धातु, कार्डबोर्ड और लेदर (बास्केटबॉल, फुटबॉल और बेसबॉल) सतहों पर किया।
प्लाज्मा जेट के स्प्रे ने सभी छह सतहों पर मौजूद कोरोना वायरस को तीन मिनट से भी कम समय में मार दिया। इतना ही नहीं अधिकांश वायरस को 30 सेकेंड के अंदर ही खत्म कर दिया। परीक्षण से यह भी पता चला है कि यह चेहरे पर लगाए जाने वाले मास्क पर मौजूद वायरस को भी समान समय में नष्ट कर सकता है।
बहुत कारगर हो सकता है प्लाज्मा
शोध के लेखक रिचर्ड ई. विर्ज के मुताबिक वायरस के संक्रमण को रोकने में प्लाज्मा का उपयोग काफी उपयोगी हो सकता है। विर्ज ने कहा कि यह केवल शुरुआत है। हम पूरी तरह आश्वस्त हैं कि भविष्य में होने वाले शोध में प्लाज्मा बहुत अधिक कारगर हो सकता है।
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