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Covid-19:कोरोना काल में युवाओं से दोगुना सक्रिय हैं बुजुर्ग,स्टडी में खुलासा

कोरोना काल में प्रौढ़ और बुजुर्ग युवाओं के मुकाबले दोगुना ज्यादा शारीरिक तौर पर सक्रिय हैं। सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से घर से बाहर निकलने की बंदिशों के बीच व्यायाम, चहलकदमी, बागवानी या अन्य गतिविधियों...

Covid-19:कोरोना काल में युवाओं से दोगुना सक्रिय हैं बुजुर्ग,स्टडी में खुलासा
एजेंसी,लंदनFri, 10 Jul 2020 01:41 PM
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कोरोना काल में प्रौढ़ और बुजुर्ग युवाओं के मुकाबले दोगुना ज्यादा शारीरिक तौर पर सक्रिय हैं। सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से घर से बाहर निकलने की बंदिशों के बीच व्यायाम, चहलकदमी, बागवानी या अन्य गतिविधियों के जरिये बुजुर्ग सक्रिय हैं। घरेलू या कामकाजी महिलाओं की शारीरिक सक्रियता भी कोरोना के पहले के वक्त जैसी या उससे बढ़ गई है। 

ब्रिटेन की एंजिला रस्किन और उल्सटर यूनिवर्सिटी के संयुक्त अध्ययन में यह निष्कर्ष निकला है। इसमें एक हजार से ज्यादा लोगों के बीच ऑनलाइन सर्वे किया गया। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना काल में हफ्ते में 150 मिनट की सामान्य शारीरिक सक्रियता (टहलना, घरेलू कामकाज) या 75 मिनट की कसरत- खेलकूद जैसी ज्यादा मेहनत का पैमाना तय किया है। 

ब्रिटेन के 75 फीसदी प्रौढ़ या बुजुर्ग इस पैमाने को पूरा कर रहे हैं, लेकिन युवा या किशोर इसके आधे वक्त भी शारीरिक मेहनत नहीं करते। मार्च में भी जब ऐसा पहला अध्ययन हुआथा तो 58 से 66 फीसदी प्रौढ़ और बुजुर्ग शारीरिक सक्रियता के मानक को पूरा कर रहे थे। 

अध्ययन में पाया गया कि महिलाएं, बुजुर्ग, प्रौढ़ और ज्यादा आय वाले लोग डब्ल्यूएचओ के मानक को पूरा कर पा रहे हैं, लेकिन युवा शारीरिक सक्रिय रहने की बजाय गैजेट में सामान्य वक्त की तुलना में दो से तीन गुना वक्त बिता रहे हैं। रस्किन यूनिवर्सिटी की मुख्य शोध लेखिका डॉ. ली स्मिथ ने कहा कि महामारी को लेकर जोखिम को देखते हुए बुजुर्गों की शारीरिक सक्रियता सुखद संकेत हैं, लेकिन युवाओं का इससे दूरी बनाने चिंताजनक है। जनजीवन सामान्य होने के बावजूद दिन भर बैठकर बिताने से उनकी प्रतिरोधक क्षमता पर असर पड़ेगा। 

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