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Covid-19:बच्चा रहने लगे गुमसुम तो हो जाएं सतर्क, ये भी है कोरोना का लक्षण

बच्चों में कोरोना संक्रमण के प्रसार का खतरा वयस्कों की तुलना में कम पाया गया है। हालांकि, इसका यह मतलब नहीं कि आपका लाडला सार्स-कोव-2 वायरस के हमले से पूरी तरह से महफूज है। चूंकि, कई देशों में...

Covid-19:बच्चा रहने लगे गुमसुम तो हो जाएं सतर्क,  ये भी है कोरोना का लक्षण
एजेंसी,वाशिंगटनSat, 15 Aug 2020 05:31 PM
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बच्चों में कोरोना संक्रमण के प्रसार का खतरा वयस्कों की तुलना में कम पाया गया है। हालांकि, इसका यह मतलब नहीं कि आपका लाडला सार्स-कोव-2 वायरस के हमले से पूरी तरह से महफूज है। चूंकि, कई देशों में स्कूल-कॉलेज खोलने की कवायद तेज हो गई है, इसलिए बच्चों में कोविड-19 संक्रमण के लक्षण पहचानना भी जरूरी है। 

अमेरिकन एकेडेमी ऑफ पिडियाट्रिक्स कमेटी ऑन इंफेक्शियस डिजीज के हालिया अध्ययन की मानें तो कोरोना से संक्रमित बच्चों को वयस्कों की तरह ही सर्दी-जुकाम, बुखार, सांस लेने में तकलीफ की शिकायत हो सकती है। यही नहीं, अगर वे गुमसुम रहने लगें, खाना-पीना छोड़ दें या हर वक्त थकान महसूस करने की बात कहें तो भी अभिभावकों को सतर्क हो जाना चाहिए।

मुख्य शोधकर्ता डॉक्टर डेनियल कोहेन के मुताबिक कोरोना के शिकार बच्चों को सूंघने की शक्ति कमजोर पड़ने की समस्या भी सता सकती है। कई मामलों में बच्चों के हाथ-पैर पर लाल चकत्ते भी मिले हैं। हालांकि, शारीरिक सक्रियता में कमी संक्रमण के सबसे बड़े संकेत में से एक है। 

ऐसे में सर्दी-जुकाम या बुखार के कारण बच्चा गुमसुम रहने लगे या उसे हर समय नींद आए तो अभिभावकों को डॉक्टर से संपर्क करने में देरी नहीं करनी चाहिए। उन्हें साधारण संक्रमण या कमजोरी मानकर घर पर काढ़े, दवाओं या अन्य चीजों से इलाज कर बच्चे की हालत में सुधार होने का इंतजार नहीं करना चाहिए। 

छात्रों-शिक्षकों की नियमित जांच पर जोर-
-पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड (पीएचई) के हालिया अध्ययन में स्कूल खुलने पर छात्रों और शिक्षकों की नियमित रूप से कोरोना जांच करने की सलाह दी गई थी। शोधकर्ताओं ने पाया था कि पांचवीं कक्षा से ऊपर के छात्रों से कोरोना के प्रसार का खतरा वयस्कों जितना ही होता है। इसकी वजह बढ़ती उम्र में बच्चों के शरीर का वयस्कों की तरह व्यवहार करना है। उनमें एसीई-2 रिसेप्टर की संख्या बढ़ने लगती है, जिसे वायरस को कोशिकाओं पर वार करने में मदद मिलती है।

कई देशों में दिखा कहर-
फ्रांस-

-ओइसी के प्राथमिक स्कूलों में औसतन नौ फीसदी छात्र और सात प्रतिशत शिक्षक कोरोना के शिकार मिले
-पांचवीं से ऊपर की कक्षाओं की बात करें तो छात्रों-शिक्षकों में संक्रमण दर क्रमश: 43 और 38 फीसदी रही

इजरायल-
-150 से ज्यादा छात्रों, शिक्षकों व अन्य स्कूल कर्मचारियों की कोरोना जांच की रिपोर्ट पॉजिटिव आई मई में खुले एक स्कूल में

अमेरिका-
-एक लाख से ज्यादा छात्र और कम उम्र के युवा जुलाई के आखिरी दो हफ्ते में सार्स-कोव-2 वायरस के शिकार हुए

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