ज्यादा साफ-सफाई से बच्चों को हो रहा अस्थमा
घर की अतिरिक्त साफ-सफाई करने से बच्चों में अस्थमा की समस्या बढ़ रही है। एक हालिया शोध के अनुसार घर की साफ-सफाई में इस्तेमाल किए जा रहे उत्पादों व रसायनों और बच्चों को हो रहे अस्थमा के बीच संबंध...
घर की अतिरिक्त साफ-सफाई करने से बच्चों में अस्थमा की समस्या बढ़ रही है। एक हालिया शोध के अनुसार घर की साफ-सफाई में इस्तेमाल किए जा रहे उत्पादों व रसायनों और बच्चों को हो रहे अस्थमा के बीच संबंध पाए गए हैं।
बढ़ जाता है अस्थमा का खतरा :
2000 नवजातों पर किए गए शोध में पाया गया कि जिन बच्चों के माता-पिता घर में लगातार डिशवॉश डिटर्जेंट, कपड़े धोने के डिटर्जेंट और जमीन को साफ करने वाले रसायनों को इस्तेमाल करते हैं उनमें तीन साल की उम्र में अस्थमा होने का खतरा 37 फीसदी तक बढ़ जाता है। शोधकर्ताओं के अनुसार साफ-सफाई में उपयोग किए जाने वाले रसायनों के संपर्क में रहने वाले बच्चों की सांस की नली को नुकसान पहुंचता है। इससे श्वसन तंत्र में सूजन पैदा करने वाली प्रतिक्रिया सक्रिय हो जाती है।
घर के अंदर भी हो रहा प्रदूषण :
सालों तक वैज्ञानिकों ने लोगों को बाहर मौजूद वायु प्रदूषण से बचने की सलाह दी है। यह प्रदूषण गाड़ियों और उद्योगों की वजह से हो रहा है। लेकिन, अब वैज्ञानिक घर के अंदर हो रहे प्रदूषण से भी चिंतित हैं। ज्यादातर सफाई वाले उत्पादों में मौजूद रसायन हवा में घुलकर नुकसान पुहंचा रहे हैं।