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छुट्टियों का मजा न किरकिरा कर दें ये लापरवाहियां

सर्दी की छुट्टियां करीब आ रही हैं। ऐसे में आपका दोस्तों और परिजनों के साथ घूमने-फिरने की योजना बनाना लाजिमी है। इस दौरान होटल-रेस्तरां में खाना-पीना भी लगा रहेगा। क्रिसमस और नए साल के मौके पर केक...

Aparajitaएजेंसियां,वाशिंगटन Sun, 09 Dec 2018 03:52 PM

कुछ सावधानियां बचा सकती हैं आपकी छुट्टियां

कुछ सावधानियां बचा सकती हैं आपकी छुट्टियां1 / 6

सर्दी की छुट्टियां करीब आ रही हैं। ऐसे में आपका दोस्तों और परिजनों के साथ घूमने-फिरने की योजना बनाना लाजिमी है। इस दौरान होटल-रेस्तरां में खाना-पीना भी लगा रहेगा। क्रिसमस और नए साल के मौके पर केक काटकर जश्न मनाने का दौर भी आएगा। अमेरिका स्थित क्लेमसन यूनिवर्सिटी में आहार विशेषज्ञ पॉल डॉसन ने इसी के मद्देनजर अपनी नई किताब ‘डिड यू जस्ट ईट दैट’ में मौज-मस्ती में बरती गई कुछ लापरवाहियां गिनाई हैं, जो आपको बीमार कर सकती हैं।

केक पर मोमबत्ती लगाना 

केक पर मोमबत्ती लगाना 2 / 6

31 दिसंबर की रात केक काटकर पुराने साल को अलविदा कहने और नए वर्ष का स्वागत करने का मजा ही कुछ और है। हालांकि इस बार जब आप केक काटें तो उस पर मोमबत्ती न जलाएं। दरअसल, मोमबत्ती फूंकने के दौरान मुंह में मौजूद हानिकारक जीवाणु केक पर आ जाते हैं। डॉसन ने अपने अध्ययन में देखा कि जिस केक पर मोमबत्ती जलाकर बुझाई गई थी, उसकी सतह पर बिना मोमबत्ती के काटे गए केक के मुकाबले तीन हजार अधिक जीवाणु मौजूद थे। ये जीवाणु केक खाने वालों को सर्दी-जुकाम जैसे संक्रमण बांटने में सक्षम थे। 

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एयर ड्रायर से हाथ सुखाना 

एयर ड्रायर से हाथ सुखाना 3 / 6

होटल या मॉल में वॉशरूम का इस्तेमाल कर रहे हैं तो हाथ धोने के बाद एयर ड्रायर से न सुखाएं। डॉसन के शोध में सार्वजनिक स्थलों के वॉशरूम में लगे एयर ड्रायर पर 18 हजार से अधिक बैक्टीरिया की मौजूदगी दर्ज की गई है। हाथ सुखाने के दौरान ये बैक्टीरिया एयर ड्रायर से निकलने वाली हवा के जरिये हथेली पर आ जाते हैं। आलम यह होता है कि साबुन से अच्छी तरह धोने के बावजूद हाथ पहले से पांच गुना ज्यादा गंदे हो जाते हैं। अध्ययन में हाथ को रुमाल से पोंछकर सुखाने की सलाह दी गई है। इससे हथेली पर बैक्टीरिया की संख्या 42% तक घट जाती है।

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बर्फ और नींबू मांगना

बर्फ और नींबू मांगना4 / 6

रात में भारी खाना खाने के बाद उसे पचाने के लिए नींबू पानी पीना पसंद करते हैं? कोल्डड्रिंक पीने के शौकीन हैं, लेकिन बर्फ के बिना मजा नहीं आता? अगर हां तो अपनी ये आदतें घर तक सीमित रखें। होटल-रेस्तरां में नींबू और बर्फ की फरमाइश न करने में ही आपकी भलाई है। दरअसल, डॉसन ने अपने अध्ययन में देखा कि होटल-रेस्तरां में ग्राहकों को परोसे जाने वाले नींबू और बर्फ के हर टुकड़े पर बड़े पैमाने पर ई-कोलाई जैसे घातक बैक्टीरिया मौजूद थे। ये बैक्टीरिया खाने-पीने की चीजों के जरिये पेट में प्रवेश कर पेटदर्द, उल्टी, दस्त की शिकायत को जन्म दे सकते हैं।

एक ही बर्तन में खाना

एक ही बर्तन में खाना5 / 6

कहते हैं, एक ही बर्तन में खाना खाने से प्यार परवान चढ़ता है। लेकिन ऐसा करके आप खुद के बीमार होने की आशंका भी बढ़ाते हैं। डॉसन के अध्ययन में सामने आया है कि चम्मच से एक ही बर्तन में लंच या डिनर करने से प्रति मिलीमीटर 70 हजार से अधिक बैक्टीरिया खाने में मिल जाते हैं। वहीं, हाथ से खाना खाने की सूरत में यह आंकड़ा 8 लाख बैक्टीरिया प्रति मिलीमीटर के करीब हो जाता है। डॉसन ने सिनेमाघर में फिल्म देखने के दौरान पॉपकॉर्न खाने से बचने की भी हिदायत दी, क्योंकि इससे कुर्सी पर मौजूद बैक्टीरिया पॉपकॉर्म के जरिये पेट में पहुंच सकते हैं।

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इन बातों का भी रखें ख्याल

इन बातों का भी रखें ख्याल6 / 6

  • सर्दियों में चाट-पकौड़े की तलब बढ़ना कोई नई बात नहीं, लेकिन चटनी या सॉस खाते समय यह ध्यान जरूर रखें कि जूठा पकौड़ा उसमें न डुबोएं
  • होटल-रेस्तरां में मेन्यूबुक से खाना ऑर्डर करने के बाद हाथ जरूर धोएं, डॉसन के शोध में मेन्यूबुक पर प्रति वर्ग इंच 500 बैक्टीरिया की मौजूदगी मिली

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