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भारी बस्तों का बच्चों के विकास पर बुरा असर, सरकार ने तय किया हर क्लास के लिए होगा इतने किलो का बैग

शिक्षा निदेशालय ने दिल्ली के सभी स्कूलों को बच्चों के बैग का वजन कम कर इसे मानकों के अनुरूप तय करने को कहा है। निदेशालय ने निर्देश दिया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय के दिशा-निर्देशों का स्कूल पालन...

भारी बस्तों का बच्चों के विकास पर बुरा असर, सरकार ने तय किया हर क्लास के लिए होगा इतने किलो का बैग
वरिष्ठ संवाददाता,नई दिल्ली Wed, 16 Oct 2019 06:46 AM
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शिक्षा निदेशालय ने दिल्ली के सभी स्कूलों को बच्चों के बैग का वजन कम कर इसे मानकों के अनुरूप तय करने को कहा है। निदेशालय ने निर्देश दिया कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय के दिशा-निर्देशों का स्कूल पालन सुनिश्चित करें।

इसके तहत कक्षा दो तक के बच्चों के बैग का वजन 1.5 किलो तो दसवीं के बच्चों के बैग का वजन 5 किलो तक होना चाहिए। शिक्षा निदेशालय की स्कूल शाखा ने सरकारी स्कूल समेत सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों को सोमवार को इस संबंध में निर्देशित दिया है।

निदेशालय ने इस संबंध में पिछले वर्ष नंवबर में जारी निर्देश का पालन करने को कहा है, जिसमें निदेशालय ने कहा था कि बस्ते के वजन की वजह से बच्चों के शारीरिक विकास पर गलत असर पड़ रहा है। इस वजह से उनके घुटने और रीढ़ की हड्डी पर असर पड़ रहा है।

कक्षा दो तक तीन किताबें : निर्देश में कहा है कि कक्षा एक और दो के लिए गणित, हिंदी, अंग्रेजी की पाठ्यपुस्तकें निर्धारित की गई है। वहीं पूर्व में ही इन कक्षाओं के बच्चों के लिए गृहकार्य ना देने के संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं। कक्षा छह से दस तक के बच्चों के लिए छह किताबें निर्धारित की गई हैं।

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