बच्चे की नोज पिकिंग की आदत से हैं परेशान तो अपनाएं ये टिप्स, जानें इसके पीछे की असल वजह
How to stop nose picking: क्या इस आदत की वजह से आप कई बार लोगों के सामने शर्मिंदा होते हैं? अगर जवाब हां में हैं तो इस आदत से छुटकारा पाने के उपाय जानने से पहले पता कर लेते हैं आखिर क्या है इसके पीछे

Why Do Kids Do Nose Picking: क्या आप भी अपने बच्चे की नोज पिकिंग की आदत से परेशान हैं, क्या इस आदत की वजह से आप कई बार लोगों के सामने शर्मिंदा होते हैं? अगर जवाब हां में हैं तो इस आदत से छुटकारा पाने के उपाय जानने से पहले पता कर लेते हैं आखिर क्या है इसके पीछे की वजह।
क्या होती है नोज पिकिंग-
नाक के नथुनों में उंगली डालकर मौजूदा बलगम या मलबे को हटाने की आदत को नोज पिकिंग कहा जाता है। इस आदत की वजह से बैक्टीरिया और अन्य कीटाणुओं नाक में प्रवेश करके संक्रमण या बीमारी फैला सकते हैं।
बच्चें क्यों करते है नोज पिकिंग-
-नाक में नमी या सूखापन महसूस होने पर बच्चा नोज पिकिंग करता है।
-नर्वस या तनाव महसूस करने पर भी बच्चा नोज पिकिंग करता है।
-बच्चा बोर होने पर नोज पिकिंग करता है।
-कई बार बच्चे को एलर्जी होने पर नाक में इरिटेशन महसूस होती है और वो नोज पिकिंग करने लगता है।
नोज पिकिंग करने के नुकसान-
साल 2018 में यूरोपियन रेस्पिरेटरी जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चला कि नोज पिकिंग से निमोनिया के बैक्टीरिया फैलने के साथ नोज के अंदर इंजुरी तक हो सकती है। जिसकी वजह से इंफेक्शन, नाक से खून आना या फिर नाक के भीतर फोड़ा तक हो सकता है, जिसे ठीक होने में काफी समय लग सकता है।
बच्चों को नाक में उंगली डालने से रोकने के तरीके-
बच्चों को व्यस्त करें-
बच्चे अक्सर खाली समय में नाक में उंगली डालने लगते हैं। उनकी इस आदत को रोकने के लिए बच्चे को घर के किसी काम या फिजिकल एक्टिविटी में बिजी कर दें।
गुस्सा करने की जगह समझाएं-
बच्चे को डांटने की जगह समझाएं कि नाक में उंगली डालने की आदत गंदी होती है। ऐसा करने से वो बीमार पड़ सकता है।
नाक को मॉइश्चराइज करें-
कई बार नाक में ड्राइनेस होने की वजह से भी नाक में जलन और खुजली शुरू हो जाती है। ऐसे में कोशिश करें कि बच्चों की नाक हमेशा मॉइश्चराइज रहैं। आपके ऐसा करने से नाक में नमी बनी रहेगी और बच्चे नाक में उंगली नहीं डालेंगे।
डॉक्टर से सलाह लें-
अगर सारे उपायों को आजमाने के बाद भी समस्या बनी हुई है तो तुरंत बाल रोग विशेषज्ञ से सलाह लें।