बच्चे को लाइफ में बनाना है सक्सेसफुल तो भूलकर भी बचपन में न कहें उससे ये बातें
Things You Should Never Ever Say To Your Kids: आसान शब्दों में समझें तो यहां कुछ अच्छे अर्थों वाली बातें हैं, जो माता पिता अक्सर अपने बच्चे से करते हैं लेकिन उन्हें ये बातें अपने बच्चे से नहीं कहनी चा

Things You Should Never Ever Say To Your Kids: सभी पेरेंट्स चाहते हैं कि उनका बच्चा बड़ा होकर अपने जीवन में एक सफल व्यक्ति बने। लेकिन कई बार जाने-अनजाने में माता-पिता बच्चों से कुछ ऐसी बातें बोल देते हैं, जिसकी सीधा असर उनके कोमल मन पर पड़ता है। नतीजा, अपने जीवन में आने वाली कठिनाईयों से लड़ने की जगह बच्चा उससे डरकर पीछे भागने लगता है। आप सोच रहे होंगे कोई भी पेरेंट्स अपने बच्चों को कोई गलत बात क्यों ही बोलेगा। लेकिन कई बार माता-पिता को अच्छी लगने वाली कुछ बातें आगे चलकर उनके बच्चे की प्रगति में बाधा बन सकती है। आसान शब्दों में समझें तो यहां कुछ अच्छे अर्थों वाली बातें हैं, जो माता पिता अक्सर अपने बच्चे से करते हैं लेकिन उन्हें ये बातें अपने बच्चे से नहीं कहनी चाहिए। आइए जानते हैं ऐसी ही कुछ बातों के बारे में-
यह काम बहुत आसान है-
अक्सर माता-पिता अपने बच्चे का हौसला बढ़ाने के लिए कठिन काम को भी आसान बताना शुरू कर देते हैं। लेकिन ऐसा करके आप इस तथ्य की अवहेलना कर रहे होते हैं कि बच्चे को मुश्किल से जूझने में कठिनाई आ रही है। बेहतर होगा कि आप बच्चे को काम आसान कहने की जगह कहें कि आप जानते हैं कि यह उनके लिए यह काम कठिन हो सकता हैं, लेकिन उन्हें अपने बच्चे पर पूरा भरोसा है कि वो उसे जल्द ही निपटा लेगा।
तुम ठीक हो-
कई बार देखा जाता है कि खेलते-कूदते समय जब बच्चा गिर जाता है या उसे चोट लग जाती है तो बहुत से माता पिता बच्चे को मजबूत बनाए रखने के लिए उससे कहने लगते हैं कि हमारा बच्चा बहादुर है, बेटा तुम ठीक हो। लेकिन ऐसा न करें। अपने बच्चे की भावनाओं को समझते हुए उनके घाव को देखकर उनसे पूछें कि क्या उसे ठीक महसूस हो रहा है या नहीं।
तुम्हें लग जाएगा
कई बार पेरेंट्स बच्चे से लगातार यही कहते रहते हैं कि यह चीज आपके लिए सुरक्षित नहीं है तो एक समय बाद बच्चा ज्यादातर चीजों को लेकर असुरक्षित महसूस करना शुरू कर देता है। ऐसे में अगर आपका बच्चा किसी स्लाइड पर चढ़ने की कोशिश कर रहा है तो उसे टोकने की जगह ऐसा करने दें, गिरने लगे तो पकड़ने के लिए तैयार रहें। लेकिन उन्हें खतरा उठाने से रोकें नहीं। ऐसा करके आप उन्हें कमजोर व्यक्ति बना देंगे।
बच्चे के संघर्ष में खुद को न करें शामिल-
कई बार माता-पिता अपने बच्चे को संघर्ष करते देख बेचैन हो उठते हैं। फिर चाहे वो उनका ढ़ेर सारा स्कूल का होमवर्क ही क्यों न हो। ऐसे में कई पेरेंट्स बच्चे के संघर्ष को कम करने के लिए बीच में दखल देकर उनके लिए काम कर देते हैं।लेकिन ऐसा न करें, बच्चे की सहायता न करें। आपके लगातार ऐसा करने से बच्चे के आत्मविश्वास को ठेस पहुंचेगी और वो हमेशा किसी न किसी से मदद की तलाश में रहेंगा।
