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Hindi News लाइफस्टाइल पेरेंट्स गाइडBreastfeeding: ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिलाएं गलती से भी ना खाएं ये चीजें, बच्चे की सेहत पर होगा असर

Breastfeeding: ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिलाएं गलती से भी ना खाएं ये चीजें, बच्चे की सेहत पर होगा असर

Food To Avoid In Breastfeeding: ब्रेस्टफीडिंग के जरिए शिशुओं को पोषण मिलता है। ऐसे में मांओं को अपने खाने पीने का खास ख्याल रखना चाहिए। यहां जानिए ब्रेस्टफीडिंग के दौरान किन चीजों को खाने से बचें।

Breastfeeding: ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिलाएं गलती से भी ना खाएं ये चीजें, बच्चे की सेहत पर होगा असर
Avantika Jainलाइव हिंदुस्तान,नई दिल्लीWed, 06 Sep 2023 11:17 AM
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मां बनने के बाद कई जिम्मेदारियां शुरू हो जाती हैं। खासकर जब बात बच्चे को दूध पिलाने की हो। एक्सपर्ट्स का मानना है कि शिशू के जन्म से कम से कम 6 महीने तक उसे सिर्फ मां का दूध ही पिलाना चाहिए। हालांकि, इस दौरान महिलाओं को अपने खानपान का खास ख्याल रखना चाहिए। इस आर्टिकल में हम आपतो उन चीजों के बारे में बता रहे हैं जो आपको ब्रेस्टफीडिंग के दौरान अवॉइड करनी चाहिए, क्योंकि इन चीजों को खाने से बच्चे की सेहत पर असर पड़ सकता है।

ब्रेस्टफीडिंग के दौरान किन चीजों को करें अवॉइड 

1) चाय-कॉफी

ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली महिलाओं को कैफीनयुक्त चीजों से परहेज करना चाहिए। इसमें चाय, कॉफी और सॉफ्ट ड्रिंक्स शामिल हैं। अगर मां दिन में पांच कप से ज्यादा कैफीन युक्त चीजों का सेवन करती है। तो इससे बच्चे की सेहत को नुकसान हो सकता है।  ये शिशुओं में अत्यधिक रोने के साथ-साथ सोने में असमर्थता का कारण बन सकता है।

2) अल्कोहल

ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली हर मां को शराब से पूरी तरह से बचना चाहिए। इसका बच्चे के स्वास्थ्य पर गलत असर पड़ता है। नई मांओ को खासकर इससे दूर रहना चाहिए। 

3) खट्टे फल

संतरा, नींबू और आंवला जैसे खट्टे फलों को खाने से शिशु के पेट में जलन हो सकती है, जिससे दस्त और डायपर रैशेज होते हैं। हालांकि, इन्हें पूरी तरह से खत्म करने की जरूरत नहीं है। बल्कि लक्षणों पर ध्यान दें और अगर आप बच्चे के व्यवहार में कोई बदलाव महसूस करती हैं, तो इसके बारे में डॉक्टर से सलाह लें।

4) मछली

सी फूड में प्रोटीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड का एक बड़ा स्रोत होता है। हालांकि, अधिकांश सी फूड में पारा या अन्य संदूषक होते हैं। ऐसे में ब्रेस्ट मिल्क के माध्यम से पारा की ज्यादा मात्रा के संपर्क में आने से बच्चे की ग्रोथ पर असर होता है।

5)  ट्रांस फैट 

केक, पेस्ट्री, व्हीप्ड क्रीम, पिज्जा, बर्गर और मार्जरीन जैसी खाने की चीजें ट्रांस-फैट से भरपूर होती हैं। जब कुछ खाने की चीजों में ट्रांस फैट की मात्रा बढ़ जाती है, तो डीएचए की मात्रा कम हो जाती है, जिससे शिशु के मस्तिष्क के विकास पर गलत असर होता है। इससे बचने की सलाह दी जाती है।

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