जब बच्चे करने लगें ऐसा व्यवहार तो पैरेंट्स के लिए मुश्किल होता है डील करना, जानें कैसे करें हैंडल
पैरेंट्स के लिए हैंडल करना मुश्किल हो जाता है जब छोटे बच्चे नखरे दिखाते हैं और टीनएज बच्चा बहस करने लगता है। इन दो कठिन सिचुएशन से निपटने के लिए पैंरेंट्स करें ये काम।
बच्चों को पालना आसान काम नही है और पैरेंटिंग का सबसे कठिन समय होता है जब बच्चे नखरे दिखाते हैं। बच्चों की परवरिश के अलग-अलग फेज होते हैं। जब उनके नखरों को हैंडल करने के लिए पैरेंट्स को काफी धैर्य की जरूरत होती है। खासतौर पर दो सिचुएशन जब पैरेंट्स को डील करते वक्त काफी सारे धैर्य की जरूरत होती है।
एक साल का होने के बाद बच्चे जब नखरे दिखाते हैं
बच्चे जब सालभर के होने लगते हैं तो अलग-अलग तरीके से टैंट्रम शो करते हैं। न्यू पैरेंट्स के लिए ये काफी मुश्किल वक्त होता है। क्योंकि उन्होंने अभी तक अपने बच्चे का ऐसा रूप नहीं देखा होता। ऐसे में जरूरी है कि वो बच्चों को डांटने या रोता हुआ छोड़ने की बजाय धैर्य दिखाएं और उसे डील करने के लिए पहले खुद को शांत करें। उसके बाद बच्चे का ध्यान दूसरी तरफ भटकाने की कोशिश करें।
टीनएज होते बच्चे जब बहस करने लगे
दूसरा मौका जब बच्चे टीन एज की उम्र में पहुंचे लगते हैं और अपने माता-पिता से बहस करते हैं। बच्चे के इस तरह के व्यवहार को पर्सनली ना लें और इमोशनल ट्रिगर होने की बजाय शांत रहें। बच्चे के साथ बहस करने और उतने ही गुस्से और तेज आवाज में बात करने की बजाय खुद को शांत करने की कोशिश करें।
ऐसे मौकों पर पैरेंट्स करें ये काम
-जब बच्चे नखरे दिखाएं या बहस करें तो पैरेंट्स इस तरह से हैंडल कर सकते हैं।
-खुद को शांत करें।
-सोचें कि अगर आप भी बच्चों के जैसा व्यवहार करेंगे तो बच्चे आपसे क्या सीखेंगे।
-दो मिनट शांत रहने के बाद बच्चे से बात करें लेकिन बहुत ही धीमे और सौम्य शब्दों में। आपका ऐसा व्यवहार बच्चे के गुस्से और बहस की तेजी को कम कर देगा और बच्चा आपके जैसे ही धीमे बोलने की कोशिश करेगा।
-जब भी छोटा बच्चा रो रहा, नखरा दिखा रहा तो भी आप शांत रहें और रिएक्ट करने की बजाय उसके माइंड को दूसरी तरफ डायवर्ट करें। इससे बच्चा खुद ही चुप हो जाएगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।