World Health Day 2023: दिल की सेहत का रखते हैं ख्याल ये व्यायाम, हेल्दी हार्ट के लिए रूटीन में जरूर करें शामिल
Exercise For Healthy Heart: आज हृदय रोग दुनिया भर में मृत्यु का एक प्रमुख कारण बन गया है। जिसके पीछे मुख्य वजह जेनेटिक, धूम्रपान करना, अनहेल्दी फूड हैबिट्स और गतिहीन जीवन शैली मानी जाती है।

Exercise For Healthy Heart: दुनियाभर में हर साल 29 सितंबर विश्व हृदय दिवस के रूप में मनाया जाता है। वर्ल्ड हार्ट डे को मनाने के पीछे का उद्धेश्य लोगों को हृदय रोगों के प्रति जागरूक करना है। सबसे पहले इस अंतर्राष्ट्रीय दिन की शुरुआत वर्ल्ड हार्ट फेडरेशन (WHF) और वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के सहयोग से हुई थी। हर साल की तरह इस साल भी विश्व हृदय दिवस के लिए एक खास थीम रखी गई है। इस साल की थीम यूज हार्ट, नो हार्ट (Use Heart, Know Heart)। यानी हृदय का उपयोग करें और हृदय को जानें है। आज हृदय रोग दुनिया भर में मृत्यु का एक प्रमुख कारण बन गया है। जिसके पीछे मुख्य वजह जेनेटिक, धूम्रपान करना, अनहेल्दी फूड हैबिट्स और गतिहीन जीवन शैली मानी जाती है। ऐसे में फोर्टिस अस्पताल (नोएडा) के चेयरमैन, कार्डियक साइंसेज डॉ अजय कौल से जानते हैं दिल को सेहतमंद बनाए रखने के लिए कौन से व्यायाम रूटिन में शामिल करने चाहिए।
डॉ अजय कौल, कहते हैं कि हृदय को सेहतमंद बनाए रखने के लिए व्यक्ति को ऐरोबिक व्यायाम के साथ-साथ स्ट्रेंथ ट्रेनिंग और मांसपेशियों में लचीलापन बढ़ाने के लिए फ्लेक्सिबिलिटी वाले व्यायाम अपने रूटीन में शामिल करने चाहिए।
एरोबिक व्यायाम-
ब्रिस्क वॉक (तेज गति से सैर): यह काफी लो-इम्पैक्ट व्यायाम है, जो बिगिनर्स के लिए अच्छा माना जाता है।
दौड़ना या जॉगिंग: यह एक इंटेंस एरोबिक्स वर्कआउट है।
साइक्लिंग: आप स्टेशनरी बाइक पर हैं या आउटडोर, यह आपकी कार्डियोवास्क्युलर हेल्थ के लिए अच्छा व्यायाम मानी जाती है।
तैराकी: यह फुल-बॉडी वर्कआउट है और आपके जोड़ों के लिए भी अच्छा होता है।
डांसिंग: दिल की सेहत के लिए काफी मौज-मस्ती भरा व्यायाम है नृत्य/डांसिंग जो आपके हृदय के स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाने में सहायक होता है।
रस्सी कूदना: यह हाई इंटेंसिटी वर्कआउट का एक बढ़िया विकल्प है जिससे कार्डियोवैस्कुलर फिटनस बेहतर बनती है।
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग-
वेट लिफ्टिंग: इससे मांसपेशियों का निर्माण होता है जो आपके मेटाबॉलिज़्म और हार्ट की हेल्थ में सुधार लाने में मददगार साबित होता है।
बॉडीवेट एक्सरसाइज: पुश-अप,स्क्वैट और प्लैंक ताकत और स्थिरता बढ़ाते हैं।
फ्लेक्सिबिलिटी एंड बैलेंस व्यायाम:
योग: योगाभ्यास करने से शरीर में लोच बढ़ता है, संतुलन बेहतर होता है और यह तनाव को भी कम करता है।
पिलेट्स: यह आपके कोर स्ट्रेंथनिंग और शरीर के लोच के लिए बेहतर व्यायाम है।
हाई इंटेंसिटी वर्कआउट (HIIT):
इसमें इंटेंस एक्सरसाइज के दौरान बीच-बीच में आराम किया जाता है। यह कार्डियोवैस्कुलर फिटनस के लिए काफी कारगर होती है।
कार्डियो क्लास:
स्ट्रक्चर और प्रेरणादायी वर्कआउट के लिए आप एरोबिक्स, जुंबा डांस या स्पिनिंगक्लास भी ज्वॉइन कर सकते हैं।
सलाह-
कोई भी नया व्यायाम या शारीरिक गतिविधि शुरू करने से पहले अपने हेल्थकेयर प्रोफेशनल से अवश्य सलाह लें, खासतौर पर उस स्थिति में ऐसा अवश्य करें जब आप किसी मेडिकल कंडीशन से गुजर रहे हों या आपके हृदय स्वास्थ्य को लेकर पहले से कुछ परेशानियां चल रहीं हों।
