इन आदतों की वजह से बढ़ रहा कैंसर का खतरा
World Cancer Day 2023: वर्ल्ड कैंसर डे का उद्देश्य लोगों में कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए जागरुकता फैलाना है। रोजाना की ये आदते धीरे-धीरे से लोगों में कैंसर का खतरा बढ़ा रही है।

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4 फरवरी को वर्ल्ड कैंसर डे मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों में कैंसर के प्रति जागरूकता पैदा करना है। हर साल लाखों मौत किसी ना किसी कैंसर की वजह से होती है। कैंसर का खतरा इस कदर हो गया है कि ये महामारी जैसा बनता जा रहा है। वैसे तो कैंसर होने का कोई एक कारण नहीं होता लेकिन फिर भी लाइफस्टाइल में बदलाव काफी हद तक कैंसर के लिए जिम्मेदार होते हैं। जिनके बारे में हर किसी को जानना जरूरी है।
फिजिकल एक्टीविटी की कमी
आजकल की लाइफस्टाइल में फिजिकल एक्टीविटी सबसे कम हो गई है। जिसकी वजह से फेफड़े का कैंसर और दूसरे कैंसर हो रहे हैं। फिजिकल एक्टीविटी का मतलब बहुत ढेर सारी एक्सरसाइज करने से नही है लेकिन रोजाना आधे घंटे गार्डन में किया काम भी फिजिकल एक्टीविटी हो सकता है।
मोटापा
मोटापा यानी की ओबेसिटी की वजह से बहुत से लोग कैंसर के रिस्क पर रहते हैं। ब्रेस्ट कैंसर, रेक्टल कैंसर, आंत का कैंसर, पैंक्रियाटिक कैंस, किडनी कैंसर के ज्यादातर शिकार लोग मोटापे से ग्रस्त हैं। शरीर में एक्स्ट्रा फैट सेल्स ओएस्ट्रोजन और इंसुलिन को बनाता है। जिससे कैंसर के कारण जन्म लेते हैं।
खानपान की गलत आदत
भले ही लोगों को खानपान के मामले में जागरुक किया जा रहा हो। लेकिन लोग बाहर का तला-भुना और पैकेज्ड फूड खाना सबसे ज्यादा पसंद करते हैं। जबकि कैंसर का रिस्क कम करना है तो डाइट में फल, पत्तेदार सब्जियां. हरी सब्जियां, अनाज, बींस को जरूर शामिल करें। साथ में थोड़ी मात्रा मीट और रेड मीट की भी रखें।
धूप से होता है स्किन कैसर
अगर आप जरूरत से ज्यादा धूप में रहते हैं तो स्किन कैंसर का खतरा रहता है। टैनिंग और सनबर्न केवल खूबसूरत नहीं बिगाड़ते बल्कि ये सेहत भी खराब कर देते हैं। अगर आपको धूप में रहना भी पड़ता है तो कुछ सावधानियों के साथ ही धूप में जाएं। जैसे कि सनस्क्रीन लगाएं, छाता लगाकर रखें, सीधे धूप में ना बैठें। साथ ही सनग्लासेज की मदद से आंखों को भी प्रोटेक्ट करें।
ड्रिकिंग और स्मोकिंग
एल्कोहल ड्रिंकिंग और स्मोकिंग कैंसर का सबसे बड़ा कारण है। जिसकी वजह से केवल आप अपने शरीर का नहीं बल्कि आसपास के लोगों का भी नुकसान करता है। स्मोकिंग से फैलने वाला धुआं दूसरे लोगों में भी लंग कैंसर का खतरा बना देता है।