पीरियड्स को बंद करने का ट्रीटमेंट क्यों ले रही हैं महिलाएं, आखिर क्या है इसकी वजह
Stop Menstrual Cycle:पीरियड्स में होने वाली असुविधा और असहनीय दर्द से बचने के लिए अब महिलाएं पीरियड्स को हमेशा के लिए बंद करवाने की टेक्नीक अपनाना चाह रही हैं। इस टैक्नीक को बनाने की क्या है वजह?
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महिलाओं में पीरियड्स का आना एक सामान्य प्रक्रिया है। जिससे हर महिला को दो चार होना पड़ता है। रिप्रोडक्टिव सिस्टम को ठीक से चलते रहने के लिए ये बेहद जरूरी है। पीरियड्स के आने या गड़बड़ होने पर सीधा असर सेहत पर दिखता है। महिला को तमाम हार्मोंनल बैलेंस, मानसिक और शारीरिक तकलीफों से गुजरना पड़ता है। पीरियड्स आने के दौरान शरीर में कई परिवर्तन होते हैं। किसी की कमर और पेट में तेज दर्द होता है तो कोई पैर दर्द से परेशान रहता है। चिड़चिड़ापन, मूड स्विंग तो लगभग हर लड़की हो जाता है। लेकिन इस दर्द को सोसाइटी हल्के में लेती है। पीरियड्स की इन्हीं तमाम दिक्कतों से बचने के लिए महिलाएं पीरियड सप्रेशन का सहारा ले रही हैं, यानी वो पीरियड को कम या फिर पूरी तरह से बंद कराना चाह रही हैं।
क्या है मेन्स्ट्रुअल सप्रेशन
मेन्स्ट्रुअल सप्रेशन में गोलियों की मदद से पीरियड्स को रोका जाता है या फिर उनकी फ्रिक्वेंसी और बहाव को कम कर दिया जाता है। ये सारे काम किसी एक्सपर्ट डॉक्टर की निगरानी में किए जाते हैं और इस प्रक्रिया को करवाने के लिए महिला या किशोरी के जीवन में कम से कम एक बार पीरियड जरूर आना जरूरी होता है।
कौन करवा सकता है इसे
पीरियड के दौर से गुजरने वाली कोई भी महिला इस सप्रेशन मेथड को अपना सकती है। लेकिन डॉक्टर ज्यादातर उन महिलाओं को इसकी सलाह देते हैं जो हैवी ब्लीडिंग या असहनीय दर्द से गुजरती हैं और उनेक हॉर्मोंस उन्हें ट्रिगर करते हैं।
पीरियड सप्रेशन की कब जरूरत महसूस हुई
सबसे पहले पीरियड सप्रेशन की जरूरत उन महिलाओं के लिए महसूस की गई जो शारीरिक और मानसिक रूप से दिव्यांग हैं। जो अपनी साफ-सफाई का ध्यान रखने में असमर्थ रहती हैं। बाद में इसे आर्मी में शामिल महिलाओं के लिए भी जरूरत समझा गया। जिन महिलाओं की ड्यूटी मुश्किल इलाकों में होती हैं, उनकी जिंदगी को आसान करने और मुश्किल को हल करने के तौर पर पीरियड सप्रेशन को देखा गया।
आम महिलाएं भी चाहती हैं छुटकारा
पीरियड के दर्द और झंझट से बचने के लिए अब बहुत सारी महिलाएं इस मेथड को अपनाना चाहती हैं। लेकिन डॉक्टर पूरी तरह से मेडिकल हिस्ट्री जानने और परीक्षण करने के बाद ही इसकी इजाजत देते हैं।
ये तरीके हैं पुराने
ब्लड फ्लो को कम करने के लिए पहले से भी टेक्नीक चली आ रही है। बर्थ कंट्रोल पिल्स को खाने से पीरियड्स पूरी तरह तो नहीं रुकते लेकिन उनमे ब्लड फ्लो कम हो जाता है और दर्द भी कम होता है। एक तरीका है डेपो-प्रोवरा, जिसमे हर तीन महीने में शॉट लेना होता है। वो महिलाएं जो लंबे समय के लिए पीरियड से आजादी चाहती हैं वो इस तरीकों को अपनाती हैं। वहीं कुछ डिवाइस भी आती हैं जो पीरियड्स को आने से रोकने में मदद करती है।