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जानें किन महिलाओं का होता है बार-बार गर्भपात, ये हैं कारण और उपाय

Causes Of Miscarriage In Women: गर्भपात को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल बने हुए हैं, लेकिन उसमें एक सवाल यह भी है कि क्या तेज गर्मी की वजह से भी महिलाओं का गर्भपात हो सकता है। ऐसे में आइए जानते

जानें किन महिलाओं का होता है बार-बार गर्भपात, ये हैं कारण और उपाय
Manju Mamgainलाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीTue, 28 Mar 2023 02:50 PM
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Causes Of Miscarriage In Women: मां बनना हर महिला के लिए एक सुखद अहसास होता है। लेकिन मां बनने के इस 9 महीने के सफर को तय करना किसी भी गर्भवती महिला के लिए आसान बात नहीं होती है। इन 9 महीनों में गर्भवती महिला को अपनी और बच्चे की सेहत का खास ख्याल रखना होता है। बावजूद इसके हर महिला मां बनने का सुख प्राप्त नहीं कर पाती और उसका गर्भपात हो जाता है। यूं तो गर्भपात को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल बने हुए हैं, लेकिन उसमें एक सवाल यह भी है कि क्या तेज गर्मी की वजह से भी महिलाओं का गर्भपात हो सकता है। ऐसे में आइए जानते हैं आखिर क्या है गर्भपात के पीछे छिपे कारण और उसके उपचार। 

क्या तेज गर्मी से हो सकता है मिसकैरिज?  
अगर आप भी इस सवाल का सही जवाब जानना चाहते हैं तो आपको बता दें, कि तेज गर्मी की वजह से भी मिसकैरिज की आशंका बढ़ जाती है। हाल ही में हुए एक अध्ययन से यह स्पष्ट हुआ है कि गर्मी के महीनों में गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है। जर्नल एपिडेमियोलॉजी में प्रकाशित हुई यह रिपोर्ट बताती है कि गर्भधारण का पता चलने के 20 सप्ताह से पहले ही 30 प्रतिशत तक मिसकैरिज हो जाता है। 

बोस्टन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, साल के अन्य दिनों की तुलना में गर्मियों में मिसकैरिज की आशंका काफी ज्यादा बढ़ जाती है। हालांकि, यह बात भी सच है कि मिसकैरिज के पीछे गर्मी ही नहीं  अन्य वजहें भी जिम्मेदार हो सकती हैं। आइए जानते हैं उनके बारे में-

गर्भपात के कारण-
-हार्मोनल असंतुलन।
-रोग-प्रतिरोधक क्षमता या ब्लड क्लॉटिंग की समस्या।
-थायरॉयड या मधुमेह जैसी समस्याएं।
-बहुत ज्यादा धूम्रपान।

इसके अलावा मिसकैरेज के तकरीबन दो से पांच प्रतिशत मामलों में जेनेटिक्स को दोषी ठहराया जाता है। कई बार पार्टनर के असामान्य क्रोमोजोम्स के बारे में लोगों को जानकारी ही नहीं होती है। जिसकी वजह से प्लेसेंटा के विकास में समस्या हो सकती है। भ्रूण में खून और पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। यदि मिसकैरेज तीन महीने की प्रेग्नेंसी के बाद होता है तो इसके पीछे कमजोर गर्भाशय, किसी तरह का कोई इंफेक्शन या सेक्सुअल ट्रांसमिशन डिसीज, गर्भाशय का आकार, पीसीओएस या फूड प्वॉइजनिंग इसकी वजह हो सकते हैं। 

बार-बार गर्भपात होने के पीछे के कारण-
-अधिक उम्र में गर्भधारण की कोशिश करना
-ज्यादा भागदौड़ करना या ज्यादा यात्रा करना
-पेट पर दबाव या चोट लगना
-योनि में किसी तरह का संक्रमण होना

गर्भपात को रोकने के प्राकृतिक उपाय-
-गर्भपात का खतरा टालने के लिए महिला को गर्भावस्था से पहले और गर्भावस्था के दौरान फोलिक एसिड और अन्य विटामिन लेने की सलाह दी जाती है।
-कई बार कुछ पुराने रोगों की वजह से भी गर्भपात का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में जरूरी टीके लगवाकर इस समस्या से बचाव किया जा सकता हैं।
-गर्भावस्था के दौरान हल्का व्यायाम, स्ट्रेचिंग करने से गर्भपात का खतरा कम हो सकता है।
-सिगरेट और तंबाकू सिर्फ सेहत के लिए ही नहीं खराब है, बल्कि यह गर्भपात का खतरा भी बढ़ाते हैं।

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