पेट के बल सोने की है आदत तो फौरन बदल दें, एक्सपर्ट बताते हैं ये नुकसान
Sleeping On Stomach: कुछ लोगों को पेट के बल सोने से बड़ा आराम मिलता है लेकिन ये आदत आपको मुश्किल में डाल सकती है। पेट के बल सोने से रीढ़ की हड्डियों पर दबाव पड़ता है। जिससे अंगों में दर्द होता है।

इस खबर को सुनें
सोते समय हर इंसान की पोजीशन अलग-अलग होती है। कुछ लोगों का कहना है कि पेट के बल सोने से उन्हें ज्यादा आराम मिलता है। भले ही ये पोजीशन आपको आराम पहुंचाती हो लेकिन पेट के बल सोने से शरीर को लंबे समय में नुकसान होते हैं। जिससे बचने के लिए जरूरी है कि सही पोश्चर में सोया जाए। इस बारे में एक्सपर्ट का भी मानना है कि पेट के बल लेटने से शरीर के आंतरिक अंगो पर दबाव पड़ता है। जिससे दर्द की समस्या होने लगती है।
नींद में पड़ता है खलल
भले ही पेट के बल सोने से आप रिलैक्स महसूस करते हों लेकिन ये स्थिति दर्दनाक हो सकती है। एक्सपर्ट का कहना है पेट के बल सोने से रीढ़ की हड्डी स्थिर नही रहती है। पूरा वजन शरीर के बीच में रहता है। रीढ़ की हड्डी को सही पोजीशन ना मिलने की वजह से शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दर्द की शिकायत होने लगती है।
गर्दन और कंधे में होने लगता है दर्द
पेट के बल सोने से कंधे और गर्दन पूरी तरह के रिलैक्स नहीं कर पाते। जिसकी वजह से गर्दन की मांसपेशियों में खिंचाव आ जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि पेट के बल सोने की वजह से झुनझुनी और हाथों-पैरों में सुन्न पड़ने की शिकायत देखने को मिलती है। अगर पूरी रात पेट के बल सोया जाए तो सुबह उठने पर कुछ अंग बिल्कुल निष्क्रिय से हो जाते है।
गर्भावस्था में बिल्कुल ना सोएं
गर्भवती महिलाओं को पेट के बल बिल्कुल भी नहीं सोना चाहिए। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे पर बुरा असर पड़ता है। वहीं कई सारी सर्जरी में भी पेट के बल सोने से नुकसान होता है।
स्लीप एप्निया में मिलता है फायदा
हालांकि कुछ हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि पेट के बल सोने से स्लीप एपनिया और खर्राटे जैसी समस्या में इससे आराम मिलता है। अगर सोते वक्त सांस लेने में रूकावट होने पर पेट के बल सोना राहत देता है।