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सर्दियों में देर तक आग तापना पड़ सकता है सेहत पर भारी, ये होते हैं 5 बड़े नुकसान

Side Effects Of Sitting Long Hours In Front Of Fire: ठंड से बचने के लिए अक्सर लोग कोयले या लकड़ी की आग जलाकर हाथ सेंकते हैं, लेकिन ऐसा करने से आपको त्वचा से लेकर खून की कमी जैसी परेशानियों तक का सामना

सर्दियों में देर तक आग तापना पड़ सकता है सेहत पर भारी, ये होते हैं 5 बड़े नुकसान
Manju Mamgainलाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीThu, 02 Feb 2023 10:16 AM

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Side Effects Of Sitting Long Hours In Front Of Fire: ठंड से बचने के लिए आपने भी कई बार घर के बरामदे में बॉनफायर किया किया होगा। अक्सर सड़क किनारे भी लोग सुबह और शाम की ठंड से बचने के लिए आग तापते हुए देखे जाते हैं। दरअसल, आग में हाथ-पैर सेंककर ठंडी हवा के कहर से शरीर को काफी हद तक बचाया जा सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं, आपकी ये आदत आपकी सेहत को अनजाने में कितना बड़ा नुकसान पहुंचा रही है। जी हां, ठंड से बचने के लिए अक्सर लोग कोयले या लकड़ी की आग जलाकर हाथ सेंकते हैं, लेकिन ऐसा करने से आपको त्वचा से लेकर खून की कमी जैसी परेशानियों तक का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं ठंड में देर तक आग तापने के क्या हैं नुकसान।   

सिर दर्द की समस्या-
आग तापने से धुएं के साथ कार्बन निकलता है। जो सांस नली से होकर बॉडी में पहुंचता है जिससे हीमोग्लोबिन मॉलिक्यूल ब्लॉक हो जाते हैं और शरीर का पूरा ऑक्सिजन ट्रांसपोर्ट सिस्टम प्रभावित हो जाता है। ऑक्सीजन न मिलने के कारण शरीर के सेल्स मरने लगते हैं। जो कुछ लोगों को सिर दर्द, चक्कर आना और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं पैदा करने लगते हैं।

ऑक्सीजन का स्तर घटता है- 
बंद कमरे में लकड़ी या कोयले की अंगीठी को जलाने से ऑक्सीजन का स्तर घट जाता है। इसके साथ ही कमरे में मोनोऑक्साइड का स्तर बढ़ जाता है, जो सीधे मनुष्य के दिमाग पर असर डालता है।

खून की कमी- 
बंद कमरे में अंगीठी जलाकर रखने से पैदा होने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड सांस के जरिए फेफड़ों तक पहुंच जाती है। मोनोऑक्साइड के फेफड़ों तक पहुंचने के बाद ये सीधा खून में मिल जाता है, जिससे हीमोग्लोबिन का लेवल घट जाता है।

स्किन प्रॉब्लम्स-
देर तक आग तापने से त्वचा में ड्राइनेस की समस्या हो सकती है। आंच स्किन की नमी को सोखने लगती है और इससे स्किन में रूखापन आता है और वह फटने लगती है। ऐसे में एग्जिमा और सोराइसिस जैसी बीमारियों से पीड़ित मरीजों को आग में तापने से बचना चाहिए। 

सांस लेने में दिक्कत- 
अगर आप कमरा गर्म रखने के लिए आग जलाते हैं तो इससे श्वसन तंत्र प्रभावित हो सकता है, जो आगे चलकर सांस की बीमारियों की वजह बन सकता है। देर तक आग तापने से व्यक्ति के शरीर में ऑक्सीजन का लेवल कम हो जाता है। जिससे सांस लेने में कठिनाई हो सकती है। 

आग तापने का ये है सही तरीका-
-आग तापते समय हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि कभी भी बंद कमरे में बैठकर आग न तापें। ऐसा करने से व्यक्ति को घुटन हो सकती है। आग हमेशा खुली हवादार जगह पर ही तापें ताकि धुएं से व्यक्ति को ज्यादा नुकसान न हो।
-आग तापते समय कभी भी आग के एकदम करीब न बैठें, इससे धुआं आंखों में लगता है और आंखों में ड्राइनेस की दिक्कत हो सकती है। जहां आग जल रही है उस जगह से थोड़ी दूरी बनाकर ही बैठें।

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