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बुढ़ापे में बीमार नहीं होना चाहते तो इन डाइट को रूटीन में शामिल करें

Diet Plans For Healthy Aging: बुढ़ापा आने के साथ शरीर में होने वाली बीमारियों से बचना चाहते हैं तो डेली रूटीन में इस तरह की डाइट को फॉलो करें। ये डाइट हेल्दी एजिंग में खास भूमिका निभाती हैं।

बुढ़ापे में बीमार नहीं होना चाहते तो इन डाइट को रूटीन में शामिल करें
Aparajitaलाइव हिंदुस्तान,नई दिल्लीThu, 02 Feb 2023 01:13 PM

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साल दर साल उम्र का बढ़ना तो कोई नहीं रोक सकता। लेकिन शरीर और दिमाग को मजबूत जरूर बना सकता है। उम्र ढलने के साथ याददाश्त में कमी और तमाम तरह की बीमारियों का होना आम बात है। लेकिन सही डाइट की मदद से बुढ़ापे तक शरीर को फिट और दिमाग को तंदरुस्त रखा जा सकता है। नई रिसर्च में बात सामने आई है कि अलग तरह की डाइट का असर लंबे समय में बीमारियों और डेथ पर दिखता है। बढ़ती उम्र में भी फिट और रोगों से दूर रहना है तो इस तरह की डाइट को अपने रूटीन का हिस्सा बना लें। हर डाइट के अलग फायदे होते हैं। जिन्हें अपनाने से दिमाग और दिल के साथ सेहत को दुरुस्त रखा जा सकता है। यहां तक कि असमय बीमारियों से होने वाली मौत पर भी असर पड़ता है। 

मेडिटेरेनियन डाइट
मेडिटेरेनियन डाइट प्लांट बेस्ड डाइट है। जिसमे फल, सब्जियों के साथ नट्स शामिल होते हैं। जिन्हें पकाने के लिए ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल किया जाता है। इन फूड्स में सैचुरेटेड फैट बहुत कम होता है। जो हेल्दी रहने के लिए जरूरी है। दिमाग के जल्दी कमजोर होने के पीछे सैचुरेटेड फैट जिम्मेदार होता है। ऐसे में मेडिटेरेनियन डाइट दिमाग को समय से पहले बूढ़ा होने से बचाती है। 

डैश डाइट 
डैश डाइट हाई बीपी को ध्यान में रखकर दी जाती है। इसमे भी फ्रूट्स, वेजिटेबल्स, अनाज और बींस शामिल होते हैं। जिसमे फैट और सोडियम की मात्रा कम होती है। इस डाइट को फॉलो करने से हाइपर टेंशन और हाई बीपी की समस्या को कम किया जाता है। जिससे इंसान की उम्र बढ़ने के साथ भी हाई बीपी की समस्या परेशान नहीं करती है। रिसर्च में सामने आया है कि डैश डाइट शरीर में उम्र बढ़ने की गति को कम करता है।

MIND डाइट
मेडिटेरेनियन और डैश डाइट का काम्बिनेशन है माइंड डाइट। जिसमे हरी पत्तेदार सब्जियों और बेरीज को शामिल करते हैं। जो दिमाग की सेहत को तंदरुस्त रखने के लिए जरूरी होते हैं। स्टडी में खुलासा हुआ है कि मिडिल एज की महिलाएं जिनमे अल्जाइमर का खतरा ज्यादा होता है। वो इस डाइट को फॉलो करने से 35% इस रिस्क को कम कर सकती हैं। हालांकि पूरी तरह से इस डाइट को फॉलो करने की बजाय आप मॉडरेट तरीके से फॉलो करें।

हाइड्रेशन है जरूरी
नेशनल हार्ट, लंग एंड ब्लड इंस्टीट्यूट के रिसर्चर्स ने पाया कि शरीर में सीरम सोडियम का हाई रेट डिहाइड्रेशन की निशानी होता है। डिहाइड्रेशन की वजह से हॉर्मोंस को तेजी से और ज्यादा मेहनत से काम करना पड़ता है। जिससे शरीर के अंग उम्र से भी ज्यादा बूढ़े हो जाते हैं। हेल्दी रहना चाहते हैं तो पानी पीने की मात्रा पर खास ध्यान दें और डिहाइड्रेशन से बचें।

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