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सांस की तकलीफ और आवाज में भारीपन हो सकते हैं 'Thyroid Cancer' के लक्षण, जानें कारण और बचाव के उपाय

Warning Signs Of Thyroid Cancer: सामान्य थायरॉइड कोशिकाओं के अनियंत्रित रूप से बढ़ने पर थायरॉइड कैंसर होता है। इनमें से अधिकतर के विकास की दर धीमी होती है और उनका आसानी से इलाज किया जा सकता है जबकि कु

सांस की तकलीफ और आवाज में भारीपन हो सकते हैं 'Thyroid Cancer' के लक्षण, जानें कारण और बचाव के उपाय
Manju Mamgainमंजू ममगाईं,नई दिल्लीWed, 08 Feb 2023 12:20 PM
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Warning Signs Of Thyroid Cancer: भारत में हर साल फरवरी माह में नेशनल कैंसर प्रिवेंशन मंथ मनाया जाता है। इस खास महीने को मनाने के पीछे कैंसर के प्रति लोगों को जागरूक करने का उद्देश्य छिपा हुआ है। कैंसर एक जानलेवा रोग है। जो जिस भी अंग में पनपता है उसे उसी नाम से पुकारा जाता है। थायरॉइड कैंसर (Thyroid Cancer) भी इसी का एक उदाहरण है। ऐसे में डॉ. वेदांत काबरा, (प्रिंसिपल डायरेक्टर, डिपार्टमेंट ऑफ सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम) से जानते हैं आखिर क्या होता है थायराइड कैंसर, इसके लक्षण और उपचार। 

क्या होता है थायरॉइड ग्लैंड-
थायरॉइड, गर्दन के सामने वाले हिस्से में नीचे की ओर स्थित तितली की आकृति वाली एक ग्लैंड यानी ग्रंथि होती है। यह उन हॉर्मोन्स का उत्पादन करती है जो हमारे शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्य जैसे हार्ट रेट, तापमान, ब्लड प्रेशर और शरीर के वज़न को नियंत्रित करती है। इसके अलावा यह ग्रंथि शरीर के मेटाबॉलिज्म को भी कंट्रोल करने का काम करती है। 

क्या होता है थायरॉइड कैंसर-
थायरॉइड कैंसर कई प्रकार के होते हैं जिसमें से कुछ इस स्वाभाव के होते हैं कि तेजी से हड्डियों और शरीर के दूसरे अंगों में फैलने लगते हैं। ऐसे में सबसे ज्यादा खतरा व्यक्ति के फेफड़ों को होता है। सामान्य थायरॉइड कोशिकाओं के अनियंत्रित रूप से बढ़ने पर थायरॉइड कैंसर होता है। इनमें से अधिकतर के विकास की दर धीमी होती है और उनका आसानी से इलाज किया जा सकता है जबकि कुछ का विकास काफी आक्रामक होता है और इसका पता भी लेट स्टेज में चलता है।

NHS के अनुसार, थायरॉइड कैंसर तब होता है जब थायरॉइड की कोशिकाएं अपने डीएनए में परिवर्तन विकसित करती हैं। जो कोशिकाओं को बताते हैं कि क्या करना है। परिवर्तन, जिसे डॉक्टर म्यूटेशन कहते हैं, कोशिकाओं को बढ़ने के लिए कहते हैं। जब ये कोशिकाएं जीवित रहती हैं जब स्वस्थ कोशिकाएं स्वाभाविक रूप से मर जाती हैं। और ऐसे में जमा होने वाली कोशिकाएं एक ट्युमर का निर्माण करती है।

थायरॉइड कैंसर के प्रकार- 
पैपिलरी व फॉलिक्युलर कैंसर दो सबसे आम प्रकार के कैंसर हैं। जबकि एनाप्लास्टिक कैंसर दुर्लभ और आक्रामक होता है। मेडुलरी थायराइड कैंसर अनुवांशिकी असामान्यता से जुड़ा सबसे आम प्रकार का कैंसर है।

थायरॉइड कैंसर के कारण-
-खासतौर पर बचपन में गर्दन के आसपास का हिस्सा हाई डोज रेडिएशन की रेंज में आने से, फिर चाहे वह कैंसर के इलाज के लिए हो या फिर किसी दुर्घटनावश। उदाहरण के लिए, हिरोशिमा-नागासाकी परमाणु बम और चर्नोबिल आपदा के दौरान निकले रेडिएशन से प्रभावित लोगों में कैंसर के कई मामले मिले जिनमें थायरॉइड कैंसर भी शामिल है।

वंशानुगत/अनुवांशिकी सिंड्रोम- 
मेडुलरी थायरॉइड कैंसर के 25 फीसदी मामलों की वजह पीढ़ी दर पीढ़ी एक दूसरे से होने वाले अनुवांशिकी विकार होते हैं और यह शरीर के किसी अन्य अंग में मौजूद ट्यूमर के कारण भी हो सकता है।

-मोटापा
-आयोडीन की कम मात्रा वाले आहार के कारण फॉलिक्युलर कैंसर होता है।

थायरॉइड कैंसर के लक्षण-
1- शुरुआती चरण में हो सकता है इस रोग का कोई लक्षण नजर न आए और संयोगवश इसका पता किसी अन्य उद्देश्य से किए गए अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन और एमआरआई में चल सकता है। 
2- गर्दन के सामने हिस्से में लगातार बढ़ती गांठ या पहले से मौजूद गांठ का आकार बढ़ना इसका सबसे आम लक्षण है। 
3- गर्दन के दोनों तरफ मौजूद गांठ कैंसर से प्रभावित लिम्फ नोड्स हो सकते हैं।
4- वोकल कॉर्ड को सप्लाई करने वाली नस में इसके फैलने से आवाज में बदलाव या कर्कशता आ सकती है। 
5- खाद्य नली (ईसोफैगस) में भोजन जाने पर उसे सटकने में मुश्किल हो सकती है। 
6- सांस लेने में तकलीफ हो सकती है क्योंकि थायरॉइड श्वास नली के सामने और दोनों तरफ स्थित होती है जिससे श्वास नली सिकुड़ सकती है या ग्रंथि का कुछ हिस्सा उसमें घुस सकता है।
7- गांठ में हैमोरेज होने या आसपास की नसों में इसके पहुंचने से गर्दन में दर्द होना जो बढ़कर कान तक पहुंच सकता है।

थायरॉइड कैंसर से कैसे करें बचाव-
थायराइड कैंसर की जांच, रोकथाम और समय पर निदान महत्वपूर्ण है। थायराइड कैंसर को रोकने और उसका पता लगाने के लिए कई उपकरणों का उपयोग किया जा सकता है। रेडिएशन को सीमित करना, अपने परिवार के चिकित्सा इतिहास को जानना, सेल्फ चेक और नियमित डॉक्टर के पास जाना, थायरॉयड और गर्दन का अल्ट्रासाउंड करने के साथ एक स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखना थायरॉइड कैंसर के खतरे को कम कर सकता है।

सलाह-
कृपया इसका ध्यान रखें कि गांठ और दर्द बेनिन थायरॉइड गांठ के कारण भी हो सकता है इसलिए घबराना नहीं चाहिए बल्कि तुरंत इसकी जांच करानी चाहिए। हालांकि, अन्य संरचना में इसका फैलना आमतौर पर कैंसर में देखा जाता है और इसका अपवाद सिर्फ बहुत बड़े बेनिन ट्यूमर्स हो सकते हैं जो खाद्य नली या श्वास नली पर दबाव डालते हैं। 

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