महिलाओं की तरह पुरुषों को भी होते हैं पीरियड्स, जानें क्या होता है 'Male Menstruation'
Male Menstruation: हो सकता है कई लोगों को यह बात जानकर हैरानी हो, लेकिन पुरुषों में होने वाले इस 'मेल मेंस्ट्रुएशन' को मेडिकल भाषा में आईएमएस कहते हैं, जिसका मतलब होता है इरिटेबल मेल सिंड्रोम।

Male Menstruation: माहवारी का समय हर महिला के लिए बेहद कठिन होता है। इस दौरान महिलाओं को पेट दर्द, पेट में सूजन, एकाग्रता में कमी, मूड में बदलाव, अकड़न और थकान जैसे कई लक्षण महसूस हो सकते हैं। हालांकि इस दौरान महिलाओं को होने वाली समस्या के बारे में ज्यादातर लोग जानते हैं। लेकिन शायद ही किसी को पता हो कि महिलाओं की ही तरह पुरुषों को भी 'मेल मेंस्ट्रुएशन' (Male Menstruation) का सामना करना पड़ता है। हो सकता है कई लोगों को यह बात जानकर हैरानी हो, लेकिन पुरुषों में होने वाले इस 'मेल मेंस्ट्रुएशन' को मेडिकल भाषा में आईएमएस कहते हैं, जिसका मतलब होता है इरिटेबल मेल सिंड्रोम।
क्या होता है 'मेल मेंस्ट्रुएशन' (Male Menstruation)-
दरअसल, पुरुषों के शरीर में समय-समय पर टेस्टोस्टेरोन हार्मोन (Testosterone Hormone) का स्तर कम ज्यादा होता रहता है। जिसकी वजह से पुरुषों को पीरियड्स के दौरान नजर आने वाले लक्षण जैसे डिप्रेशन, थकान, चिंता, मूड स्विंग आदि अनुभव होते रहते हैं। मेडिकल रिसर्च इसे मेल पीरियड्स कहते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, लगभग 26 प्रतिशत पुरुष इस तरह के नियमित 'मेल पीरियड्स' का अनुभव करते हैं।
महिलाओं के पीरियड्स से कैसे अलग होते हैं 'मेल पीरियड्स'-
आमतौर पर पुरुषों में नजर आने वाले पीरियड्स के लक्षण महिलाओं के पीरियड्स की तरह ही होते हैं, फर्क सिर्फ इतना होता है कि महिलाओं की तरह पुरुषों को रक्तस्त्राव (Bleeding) नहीं होता है। लेकिन बात अगर इसके लक्षणों की करें तो वो कई बार महिलाओं की ही तरह पुरुषों में भी नजर आते हैं। इस दौरान पुरुषों को पेट दर्द, थकान और चिड़चिड़ेपन का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा उनके खाना खाने की क्रेविंग भी बढ़ जाती है यानी उनका भी अलग-अलग चीजें खाने का मन करता है।
दूसरा, पुरुषों के हार्मोनल चक्र महिलाओं के मासिक चक्र की तरह नहीं होते हैं। पुरुषों में मौजूद हार्मोनल चक्र आमतौर पर, टेस्टोस्टेरोन को प्रभावित करते हैं। जिसकी वजह से उनके टेस्टोस्टेरोन का स्तर सुबह अधिक तो रात को कम रहता है। हालांकि कई विशेषज्ञ यह बात मानते हैं कि लोग 'मेल पीरियड्स' को गंभीरता से नहीं लते हैं। इस विषय पर अभी और अधिक शोध की आवश्यकता है।
'मेल मेंस्ट्रुएशन' के दौरान रखें इन बातों का ध्यान-
जीवनशैली में बदलाव करके 'इर्रिटेबल मेल सिंड्रोम' के दुष्प्रभावों से निपटने में मदद मिल सकती है। 'मेल मेंस्ट्रुएशन' के दौरान पुरुषों में होने वाले हार्मोनल परिवर्तनों की वजह से होने वाले तनाव से निपटने के लिए व्यायाम, स्वस्थ आहार, शराब और धूम्रपान से परहेज करने की सलाह दी जाती है।