प्रेग्नेंसी में करेला खाने की भी होती है क्रेविंग, जानें क्या करेला खाना है सही?
Bittergourd In Pregnancy: प्रेग्नेंसी के वक्त कई सारी चीजों को खाने की क्रेविंग होती है। कुछ महिलाओं को स्वाद में कसैला करेला खाने का मन होता है। प्रेग्नेंसी में करेला खाने से पहले जानें कितना सेफ है।

प्रेग्नेंसी में कई सारी चीजों को खाने की क्रेविंग होती है। इसी में से एक है करेला। कई सारी महिलाओं को प्रेग्नेंसी में करेला खूब पसंद आता है। अगर आप करेला खाने को लेकर दुविधा में हैं तो इस बारे में कुछ बातों का जानना जरूरी है। करेला न्यूट्रिशन से भरपूर सब्जी है। जिसे ज्यादातर बीमारियों खासतौर पर डायबिटीज में खाने की सलाह दी जाती है। करेले में मौजूद चारनिन माइक्रोन्यूट्रिशन पैंक्रियाज में इंसुलिन को निालने में मदद करता है। ऐसे में ये जानना जरूरी है कि आखिर प्रेग्नेंसी में करेला खा सकते हैं या नहीं।
प्रेग्नेंसी में फायदा करता है करेला
-करेला मौसमी सब्जी है और इसे खाने से महिलाओं में मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है।
-इसके साथ ही ये फाइबर से भरपूर होते हैं। जिससे प्रेग्नेंसी में ये जंकफूड खाने की क्रेविंग को कम करत सकता है।
-प्रेग्नेंसी में होने वाली कब्ज और बवासीर में करेला फायदा करता है।
-प्रेग्नेंसी में होने वाले गैस्टेस्टेशनल डायबिटीज को रोकने में मदद करता है करेला।
-इसके साथ ही करेला में फोलेट की मात्रा अच्छी खासी होती जो कि प्रेग्नेंट वुमन के लिए बेहद जरूरी है।
करेला खाने से प्रेग्नेंट महिलाओं को नुकसान
-कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी में करेला खाने से फेविज्म हो जाता है। जिसमे रेड ब्लड सेल्स नष्ट होने लगती हैं और एनीमिया का खतरा हो जाता है।
-कई सारी रिपोर्ट में पता चला है कि अगर ज्यादा करेला खा लिया है तो इससे मिसकैरेज का खतरा हो जाता है। अगर करेले का जूस पी लिया है तो इससे गर्भाशय में वाइब्रेशन होने लगता है जिसकी वजह से ब्लीडिंग और मिसकैरेज होने का डर रहता है।
कितनी मात्रा में खाएं करेला
अगर प्रेग्नेंसी में करेला खाने का मन कर रहा है या फिर डायिबिटीज की वजह से करेला खा रही हैं तो बहुत ही कम मात्रा में खाएं। सप्ताह में दो से तीन बार ही करेले की थोड़ी सी मात्रा लें। अगर आपको प्रेग्नेंसी से पहले करेला जरा भी नहीं पसंद था और आप कभी नहीं खाती थीं तो करेले को प्रेग्नेंसी में बिल्कुल भी ना खाएं।