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40 के बाद मेनोपॉज से निपटने के लिए महिलाएं डाइट में शामिल करें ये 5 फूड्स

Healthy Foods To Deal With Menopause: इस दौरान महिला का शरीर कई तरह के शारीरिक और मानसिक बदलाव से होकर गुजरता है। आइए जानते हैं मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को खुद को हेल्दी रखने के लिए डाइट में कौन सी ची

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40 के बाद मेनोपॉज से निपटने के लिए महिलाएं डाइट में शामिल करें ये 5 फूड्स
Manju Mamgain लाइव हिन्दुस्तान टीम , नई दिल्ली
Fri, 9 Jun 2023 5:36 PM

Healthy Foods To Deal With Menopause: मेनोपॉज मासिक धर्म बंद होने के बाद महिलाओं में होने वाली एक और सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है। जो आमतौर पर महिलाओं को 45 और 55 साल की उम्र के बीच होती है। मेनोपॉज को रजोनिवृत्ति के नाम से भी जाना जाता है। इस दौरान महिला का शरीर कई तरह के शारीरिक और मानसिक बदलाव से होकर गुजरता है। मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को रात को पसीना आना, बेहद गर्मी महसूस होना, हॉट फ्लैशेस, योनि का सूखापन, चिंता, वजन बढ़ना और नींद की बीमारी, खराब एकाग्रता, चिंता, योनि का सूखना और मूड स्विंग्स जैसे लक्षण महसूस होते हैं। जिससे महिला स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम को अपने रूटिन में शामिल करके बेहतर महसूस कर सकती है। आइए जानते हैं मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को खुद को हेल्दी रखने के लिए डाइट में कौन सी चीजें शामिल करनी चाहिए।

फल और सब्जियां-
मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को अपनी डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे केल, पालक और ब्रोकोली जैसी सब्जियों के अलावा विटामिन के से भरपूर चीजें शामिल करनी चाहिए। जिससे उनके हड्डियों की सेहत बनी रहे। बात अगर फलों की करें तो महिलाओं को जामुन, सेब और विटामिन सी से भरपूर खट्टे फल खाने चाहिए। ऐसा करने से महिला की त्वचा में उम्र बढ़ने के संकेतों को कम किया जा सकता है।

सोया प्रोडक्ट्स-
टोफू, एडामेम और सोया मिल्क जैसे सोया प्रोडक्ट आइसोफ्लेवोन्स से भरपूर होने की वजह से मेनोपॉज के लक्षणों को कम करते हैं। सोया प्रोडक्ट्स में प्लांट प्रोटीन भी मौजूद होते हैं जो महिलाओं में उम्र बढ़ने के साथ घटने वाली मसल्स को भी बनाए रखने में मदद करते हैं।

अलसी-
अलसी जिन्हें फ्लैक्स सीड्स के नाम से भी जाना जाता है, पौष्टिक और प्लांट लिग्नन्स का एक समृद्ध स्रोत हैं। ये मेटाबॉलिज्म और एस्ट्रोजेन के उपयोग को नियंत्रित करते हैं। अलसी के बीजों में मौजूद इसेंशियल फैटी एसिड सूजन, वाटर रिटेंशन, अवसाद और चिड़चिड़ापन से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं।

दाल-
मसूर की दाल हार्मोन रेगुलेशन में मदद करके मेनोपॉज के लक्षणों में भी राहत पहुंचा सकती है।

बादाम-
मेनोपॉज के दौरान बादाम को खाने से पोषण संबंधी सहायता भी मिल सकती है। बादाम में मौजूद हेल्दी फैट लो एस्ट्रोजन लेवल के प्रभावों का मुकाबला करने में मदद करता है।

बेरी-
ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी और रासबेरी जैसे फल एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होते हैं। यह दिमाग को शांत रखने के साथ ब्लड प्रेशर और स्ट्रेस लेवल को भी कंट्रोल रखने में मदद करते हैं।

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शुभकामनाएंं

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