बढ़ते बच्चे अक्सर करते हैं पैरों में दर्द की शिकायत तो डॉक्टर के बताएं इन तरीकों को अपनाएं
Leg Pain In Kids: बढ़ते हुए बच्चे अक्सर पैरों में दर्द की शिकायत करते हैं। इन दर्द की समस्या को दूर करने के लिए डॉक्टर के बताएं इन 5 तरीकों को फॉलो कर सकते हैं। इससे दर्द होना कम हो जाएगा।

बच्चे दिनभर खेलते, दौड़ते और चलते हैं। जिसकी वजह से कई बार बच्चों के पैरों में दर्द होने लगता है। ये दर्द अक्सर घुटनों के नीचे से पैरों में होता है। इस दर्द के कई कारण हो सकते हैं। बच्चों की हड्डियां कमजोर होती है लेकिन समय के साथ इनमे मजबूती आ जाती है। घर में अक्सर आपने नोटिस किया होगा कि बच्चा पैरों में दर्द की शिकायत कर रहा है। जिसे आप कई बार बच्चों का ड्रामा समझ लेते हैं। लेकिन बढ़ते बच्चों खासतौर पर 3 साल से लेकर 13 साल के बच्चों को होने वाले पैरों में दर्द को अनदेखा ना करें और डॉक्टर के बताए इन तरीकों को अपनाएं। साथ ही जानें आखिर क्यों बच्चों के पैरों में दर्द होता है।
क्यों होता है बच्चों के पैरों में दर्द
बच्चों के पैरों में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं। लेकिन सामान्यतौर पर बच्चे के पैरों में दर्द के ये तीन कारण जिम्मेदार होते हैं।
मसल्स का ओवरयूज
बच्चे दिनभर फिजिकल एक्टीविटी करते हैं। जिसकी वजह से उनकी पैरों की मसल्स का ओवरयूज होता है और पैरों में दर्द की शिकायत रहती है।
विटामिन डी की कमी
पर्याप्त न्यूट्रिशन ना लेने की वजह से बच्चों को विटामिन डी की कमी हो जाती है और हड्डियों में कमजोरी होती है। जिसकी वजह से पैरों में दर्द की शिकायत रहती है।
डिहाइड्रेशन
बच्चे कई बार दिनभर पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीते और रसीले फ्रूट्स वगैरह हेल्दी डाइट नहीं लेते। जिसकी वजह से उनके शरीर में पानी की कमी होती है और पैरों में दर्द होता है।
पैरों में दर्द की समस्या से निपटने के लिए 5 तरीके अपनाएं जा सकते हैं। जिससे पैरों में दर्द की समस्या दूर हो जाए।
गर्म पानी से पैरों को सेकें
बच्चा पैरों में दर्द की शिकायत बताता है तो जब भी बच्चा खेलकर आए तो उसके पैरों को पांच से दस मिनट तक गर्म पानी में डुबोकर रखें। इससे बच्चे की मसल्स को आराम मिलेगा।
ऑयल मसाज
बच्चे के पैरों पर ऑयल की मसाज करें। इससे पैरों की मसल्स रिलैक्स हो जाती है और आराम महसूस होता है। साथ ही तेल के न्यूट्रिशन भी बॉडी सोखती है।
हाइड्रेशन
बच्चे के पानी पीने की मात्रा का ध्यान रखें। साथ ही रसीले फलों को भी खाने के लिए दें। जिससे बच्चे का शरीर डिहाइड्रेशन का शिकार नहीं होगा।
स्ट्रेचिंग
बच्चा जब भी खेलने जा रहा है तो उसे हल्की स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करवाएं। इससे बच्चे की मसल्स स्ट्रेच होंगी और पैरों में दर्द कम होगा।
विटामिन डी सप्लीमेंट्स
बच्चे के शरीर में विटामिन डी की पूर्ति जरूरी है। इससे हड्डियां मजबूत बनती है। इसके लिए फूड्स, सप्लीमेंट्स और सूरज की किरणें जरूरी हैं।
