इन 5 लोगों को नहीं खाना चाहिए सरसों का तेल, सेहत को हो सकता है गंभीर नुकसान
Side effects of Mustard oil: सरसों का तेल हमारे रोजाना की कुकिंग में काफी इस्तेमाल होता है। हालांकि कुछ लोगों को इसे खाने से बचना चाहिए वरना ये हेल्थ के लिए काफी नुकसानदायक भी हो सकता है।

भारतीय घरों में सरसों का तेल सबसे ज्यादा इस्तेमाल में लाया जाता है। खाना पकाना हो या बालों और स्किन का ध्यान रखना हो, सरसों का तेल एक बेहतरीन ऑप्शन है। कई घरों में रोजाना की कुकिंग के लिए भी इसी का इस्तेमाल होता है। मोटे तौर पर खाना पकाने के लिए यह एक हेल्दी ऑप्शन है और खाने में एक नया फ्लेवर भी एड करता है। अपने पोषक तत्वों के चलते आयुर्वेद में भी सरसों का तेल इस्तेमाल करने के कई फायदे बताए गए हैं। हालांकि कुछ लोगों के लिए सरसों के तेल में बना खाना खाना नुकसानदायक भी हो सकता है। ऐसे में कुछ लोग इसे खाना अवॉइड ही करें तो बेहतर है। आइए जानते हैं किन हेल्थ कंडीशंस में सरसों का तेल नहीं खाना चाहिए।
जिन्हें रहती हो पाचन से जुड़ी समस्याएं
कई लोगों को अक्सर पाचन से जुड़ी कोई ना कोई समस्या जैसे -अपच, गैस, ब्लोटिंग, एसिडिटी, सीने में जलन और कब्ज आदि बनी ही रहती है। मोटे तौर पर कहें तो इन्हें खाना पचाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक ऐसे लोगों को सरसों का तेल ज्यादा नहीं खाना चाहिए। दरअसल सरसों के तेल की तासीर गर्म होती है और इसे पचाना भी थोड़ा मुश्किल हो सकता है। कई मामलों में ज्यादा सरसों के तेल से बना भोजन करने पर उल्टी-दस्त जैसी समस्या हो सकती है।
प्रेग्नेंसी में ना खाएं सरसों का तेल
गर्भवती महिलाओं को भी ज्यादा सरसों के तेल का बना खाना खाने से परहेज करना चाहिए। दरअसल सरसों के तेल में कुछ केमिकल कंपाउंड मौजूद होते हैं, जो कई बार शिशु के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इसकी तासीर भी गर्म होती है, जो इस स्थिति में और समस्या खड़ी कर सकती है। इसके अलावा इसे खाने से मोटापे का खतरा भी काफी बढ़ जाता है। ऐसे में प्रेग्नेंट महिलाओं को हमेशा डॉक्टर की सलाह पर ही सरसों के तेल का इस्तेमाल करना चाहिए।
जिन्हें हो हार्ट से जुड़ी समस्या
आजकल हार्ट से संबंधित बीमारियां काफी तेजी से बढ़ी हैं। ऐसे में अपने खानपान का ध्यान रखना बहुत जरूरी हो जाता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक ज्यादा सरसों का तेल खाने से हृदय रोगों का खतरा और भी ज्यादा बढ़ सकता है। दरअसल सरसों के तेल में एरुसिक एसिड मौजूद होता है, जो हार्ट की मसल्स में और भी ज्यादा फैट को जमा करता है। इससे हार्ट अटैक जैसी दिल की कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। जिन लोगों को पहले से ही हार्ट से जुड़ी कोई समस्या है उन्हें डॉक्टर की सलाह के बिना सरसों का तेल बिल्कुल भी इस्तेमाल में नहीं लाना चाहिए।
मोटापे से परेशान लोग
अगर आप अपने बढ़ते मोटापे से परेशान हैं और वजन घटाने में लगे हुए हैं, तो आपको अपनी डाइट में सरसों का तेल कम से कम ही इस्तेमाल करना चाहिए। दरअसल सरसों के तेल में काफी अधिक मात्रा में फैट मौजूद होता है, जो तेजी से वजन बढ़ा सकता है। ऐसे में आपको बहुत ही सीमित मात्रा में इसका सेवन करना चाहिए ताकि आपका वजन कंट्रोल में रहे।
एलर्जी वाले कम करें सरसों के तेल का इस्तेमाल
कई लोगों को एलर्जी की समस्या होती है। उनकी स्किन पर खुजली, रैशेज,चकत्ते और कई बार आंतों में सूजन तक हो जाती है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक इन लोगों को भी अपने डॉक्टर की सलाह के बाद ही सरसों के तेल का इस्तेमाल करना चाहिए। दरअसल सरसों के तेल में मौजूद कुछ केमिकल कंपाउंड एलर्जी को ट्रिगर कर सकते हैं या फिर इसे और भी ज्यादा बढ़ा सकते हैं। ऐसे में सरसों के तेल का इस्तेमाल लिमिट में ही करें।
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