
क्या वाकई पैड का यूज इंटिमेट एरिया की स्किन को काला बना देता है? जानें सच्चाई
संक्षेप: क्या वाकई पैड के नियमित यूज से इंटिमेट एरिया की स्किन काली पड़ जाती है। अगर आपको भी ऐसा लगता है तो आपको बता ,यह पूरा सच नहीं है। आइए जानते हैं इंटिमेट एरिया की स्किन की डार्कनेस के पीछे जिम्मेदार होते हैं कौन से कारण।
महिलाओं की सेहत और हाइजीन से जुड़े कई ऐसे सवाल हैं, जिनके बारे में आज भी उन्हें सही जानकारी नहीं है। ऐसा ही एक सवाल अकसर सुनने में आता है कि क्या वाकई पैड के नियमित यूज से इंटिमेट एरिया की स्किन काली पड़ जाती है। अगर आपको भी ऐसा लगता है तो आपको बता ,यह पूरा सच नहीं है। दरअसल, हर महिला की इंटिमेट एरिया की स्किन पैड यूज करने की वजह से काली पड़ जाए, ये जरूरी नहीं है। यह महिला की स्किन टाइप और देखभाल पर भी निर्भर करता है। कुछ महिलाओं में हार्मोनल बदलाव, पिगमेंटेशन की प्रवृत्ति या बार-बार घर्षण की वजह से भी इंटिमेट एरिया में डार्कनेस नजर आ सकती है। आइए जानते हैं इंटिमेट एरिया की स्किन की डार्कनेस के पीछे जिम्मेदार होते हैं कौन से कारण।

इंटिमेट एरिया की स्किन को काला बनाने वाले कारण
घर्षण- पैड्स और त्वचा के बीच बार-बार होने वाला घर्षण त्वचा को संवेदनशील बना सकता है, जिससे कभी-कभी त्वचा की रंगत में बदलाव दिख सकता है।
एलर्जी या जलन- कुछ पैड्स में मौजूद केमिकल्स, सुगंध या सामग्री त्वचा में जलन पैदा कर सकती हैं, जिससे त्वचा का रंग प्रभावित हो सकता है।
नमी और हवा की कमी- लंबे समय तक पैड्स पहनने और साफ-सफाई का ध्यान न रखने से भी इर्रिटेशन और स्किन डार्क हो सकती है।
हाइपरपिग्मेंटेशन- कुछ लोगों की त्वचा में हाइपरपिग्मेंटेशन (त्वचा का रंग गहरा होना) की प्रवृत्ति होती है, जो घर्षण या जलन से और बढ़ सकती है।
हार्मोनल बदलाव- कई बार पीरियड्स, प्रेग्नेंसी या बढ़ती उम्र के दौरान हार्मोनल बदलाव भी इंटिमेट एरिया की डार्कनेस का कारण बन सकते हैं।
इंटिमेट एरिया की काली स्किन को साफ करने के उपाय
-इंटीमेट एरिया की स्किन बेहद संवेदनशील होती है, स्किन को साफ करने के लिए हार्श केमिकल्स का इस्तेमाल न करें।
-इंटिमेट एरिया की स्किन को साफ रखने के लिए नारियल तेल या ऐलोवेरा जेल जैसे नेचुरल मॉइस्चराइजर का इस्तेमाल कर सकती हैं।
-पीरियड्स के दौरान सिंथेटिक पैड्स यूज करने से बचें। सिंथेटिक पैड्स की जगह कॉटन या ऑर्गेनिक पैड्स त्वचा के लिए अधिक सौम्य और हवा पास होने देते हैं। जिससे त्वचा का रंग काला नहीं पड़ता है।
-पैड्स को हर 4-6 घंटे में बदलें ताकि नमी और बैक्टीरिया का जमाव न हो।
-अंतरंग क्षेत्र को साफ और सूखा रखें। माइल्ड, बिना सुगंध वाले साबुन का उपयोग करें।
-अगर त्वचा का रंग गहरा होने या जलन की समस्या बनी रहती है, तो त्वचा विशेषज्ञ (डर्मेटोलॉजिस्ट) से सलाह लें।

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Manju Mamgainलेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




