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क्या आधी रात को आपकी नींद भी टूटती है एक बार? जानें वजह और उपचार

Reason why people wake up in the middle of night: रात 3 से 5 के बीच नींद का टूटना किसी के लिए भी समस्या का कारण बन सकता है। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो आपको इसके पीछे छिपे कारण के बारे में जरूर पता होना चाहिए। आइए जानते हैं आखिर किन वजहों से आधी रात को टूटती है नींद।

Manju Mamgain लाइव हिन्दुस्तानThu, 7 Nov 2024 02:56 PM
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अकसर कुछ लोग यह शिकायत करते हैं कि उनकी नींद आधी रात को टूट जाती है। जिसके बाद उन्हें दोबारा गहरी नींद आने में काफी परेशानी होती है। अच्छी नींद नहीं लेने से ना सिर्फ व्यक्ति का एनर्जी लेवल कम हो जाता है बल्कि उसका मूड भी खराब बना रहता है। रात 3 से 5 के बीच नींद का टूटना किसी के लिए भी समस्या का कारण बन सकता है। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो आपको इसके पीछे छिपे कारण के बारे में जरूर पता होना चाहिए। आइए जानते हैं आखिर किन वजहों से आधी रात को टूटती है नींद।

लो शुगर लेवल और हार्मोन में बढ़ोतरी

अच्छी सेहत और नींद जैसे विषयों पर काम करने वाले डेव एस्प्रे, के अनुसार सुबह 3-5 बजे उठने के पीछे शुगर लेवल में होने वाला उतार-चढ़ाव जिम्मेदार हो सकता है। एस्प्रे कहते हैं कि रक्त शर्करा में तेजी से गिरावट होने पर एड्रेनालाईन और कोर्टिसोल जैसे तनाव रसायन, शरीर में रिलीज हो सकते हैं, जिनका उत्तेजक प्रभाव होता है। हालांकि ये हार्मोन लिवर और मांसपेशियों में मौजूद ग्लूकोज को मुक्त करके रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं, लेकिन ऐसा करते हुए ये नींद में भी बाधा डालते हैं।

तनाव की वजह से बढ़ने वाला कोर्टिसोल लेवल

वहीं दूसरी तरफ आधी रात को जागने के पीछे तनाव की वजह से शरीर में बढ़ने वाले कोर्टिसोल के लेवल को भी एक वजह माना जाता है। कोर्टिसोल को तनाव हार्मोन के रूप में जाना जाता है, कोर्टिसोल शरीर के ऊर्जा स्तर को बनाए रखने के साथ सोने-जागने के चक्र को भी नियंत्रित करने जैसे कई कार्य करता है। लेकिन शरीर में कोर्टिसोल लेवल के बढ़ने से बढ़ी हुई सतर्कता की स्थिति, खासतौर पर सुबह के 3 से 5 बजे के बीच आपको अचानक जगा सकती है।

सलाह-

एस्प्रे अच्छी गहरी नींद लेने के लिए सोने से पहले हल्का नाश्ता करने की सलाह देते हैं। जिसमें शहद, एमसीटी तेल (नारियल तेल) और कोलेजन शामिल हैं। आप चाहे तो इन तीनों को भी एक साथ ले सकते हैं। ये सभी धीमी गति से जलने वाले ऊर्जा के स्रोत हैं जो रक्त शर्करा में गिरावट को कम करने में मदद कर सकते हैं।

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