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पायरिया से लेकर ब्लडप्रेशर तक में फायदा पहुंचा सकता है टिमरू, ये हैं उत्तराखंड की पहाड़ी नीम के आयुर्वेदिक फायदे

Health Benefits Of Timru: टिमरू का इस्तेमाल आयुर्वेद में औषधि के रूप में सदियों से किया जा रहा है। यह शरीर की ऊर्जा बढ़ाकर सेहत को कई गजब के फायदे देते हैं। आइए जानते हैं टिमरू के सेहत से जुड़े ऐसे ही कुछ फायदे।

Manju Mamgain लाइव हिन्दुस्तानWed, 28 Aug 2024 01:26 PM
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उत्तराखंड के पहाड़ों में देखने के लिए सिर्फ खूबसूरत नजारे ही नहीं हैं बल्कि वहां कई ऐसे पेड़-पौधे और जड़ी-बूटियां भी मौजूद हैं, जिनका इस्तेमाल आयुर्वेद में औषधि के रूप में सदियों से किया जा रहा है। जी हां, ऐसे ही एक गुणकारी कांटेदार पेड़ का नाम है टिमरू। टिमरू का वानस्पतिक नाम जैन्थोजायलम एलेटम है। उत्तराखंड के लोग इसका यूज मसाला, चटनी, जूस या शेक बनाने के लिए करते हैं। टिमरू के फल में विटामिन सी, विटामिन ए, फोलिक एसिड, विटामिन क और अन्य पोषक तत्व प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं। जो शरीर की ऊर्जा बढ़ाकर सेहत को कई गजब के फायदे देते हैं। आइए जानते हैं टिमरू के सेहत से जुड़े ऐसे ही कुछ फायदे।

टिमरू को किस जगह किस नाम से जानते हैं लोग-

तिमूर रूटेसी (Rutaceae) परिवार से सम्बन्ध रखता है, जिसका वैज्ञानिक नाम जेंथेजाइलम अरमेटम (Zanthoxylum Armatum)है। टिमरू को लोग अलग-अलग नाम से जानते हैं। बता दें, उत्तराखंड के गढ़वाल में टिमरू तो कुमाऊं में तिमूर, संस्कृत में तुम्वरु, जापान में किनोमे, नेपाल में टिमूर, यूनानी में कबाब-ए-खंडा, हिंदी में तेजबल और नेपाल में धनिया नाम से टिमरू को जाना जाता है। टिमरू का हर हिस्सा तना, लकड़ी, छाल, फूल, पत्ती से लेकर बीज तक औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं।

सेहत के लिए टिमरू के फायदे-

दांतों और मसूड़ों की देखभाल-

टिमरू की मुलायम टहनियों को दांत पर रगड़ने से उनमें चमक आती है। इसके अलावा यह दांतों को मजबूत बनाए रखने के साथ कीड़ा लगने से भी बचाता है। बता दें, यह मसूड़ों की बीमारी के लिए रामबाण इलाज है, उत्तराखंड के कई गांव में आज भी लोग इसकी टहनियों से ही मंजन करते हैं।

पायरिया से छुटकारा-

इस पहाड़ी नीम की छाल का यूज पायरिया की समस्या से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है। इसके लिए टिमरू की लकड़ी को दातुन कि तरह चबाया जाता है।

ब्लड प्रेशर रखें कंट्रोल-

तिमूर के बीज में मौजूद पोटैशियम का सेवन करने से बीपी कंट्रोल रखने में मदद मिल कती है। इसके अलावा तिमूर की काटेदार टहनियां एक्यूपंक्चर के लिए भी इस्‍तेमाल की जाती हैं, जिससे बढ़ा हुआ ब्‍लड प्रेशर तुरंत कंट्रोल हो जाता है।

मुंह की बदबू से छुटकारा-

तिमूर के बीज माउथ फ्रेशनर के रूप में प्रयोग क‍िए जा सकते हैं। इन बीजों को चबाने पर आपको पिपरमिंट जैसा स्‍वाद आएगा। यह उपाय मुंह से आने वाली गंदी बदबू को दूर करने में मदद करता है। इस उपाय को करने के लिए रोजाना रात को खाना खाने के बाद टिमरू के बीजों को चबाएं।

कब्ज से राहत- 

टिमरू के बीजों को पेट की तकलीफों को दूर करने के लिए प्रयोग में लाया जाता है। टिमरू की मदद से पेट और पाचन से जुड़ी कई बड़ी समस्याओं को दूर किया जा सकता है। यदि किसी व्यक्ति को कब्‍ज, दस्‍त जैसी पेट से जुड़ी कोई समस्‍या है तो तिमूर के बीज आपको फायदा पहुंचा सकते हैं।

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