नवरात्रि व्रत में सेहत ना खराब कर दे कुट्टू के आटे की पकौड़ी, FSSAI के इन 3 तरीकों से करें मिलावट की पहचान
- Tips to check adulterated kuttu ka atta: सेहत और स्वाद का ख्याल रखने वाला कुट्टू का आटा उस समय सेहत को नुकसान पहुंचाने लगता है, जब उसमें मिलावट हो जाती है। हर साल मिलावटी कुट्टू का आटा खाने से लोगों के बीमार पड़ने की खबरें अखबार में आती हैं।

चैत्र नवरात्रि व्रत के दौरान माता रानी के भक्त फलाहार करने के लिए कुट्टू की पूड़ी, पकौड़ी, चीला जैसी चीजें बनाकर खाते हैं। कुट्टू का आटा ग्लूटेन फ्री होने के साथ फाइबर और प्रोटीन रिच भी होता है। इतना ही नहीं इस आटे में कब्ज और मोटापे से बचाने वाला सॉल्यूबल फाइबर भी मौजूद होता है। सेहत और स्वाद का ख्याल रखने वाला कुट्टू का आटा उस समय सेहत को नुकसान पहुंचाने लगता है, जब उसमें मिलावट हो जाती है। हर साल मिलावटी कुट्टू का आटा खाने से लोगों के बीमार पड़ने की खबरें अखबार में आती हैं। फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अनुसार मिलेट्स जहरीले, टॉक्सिक, हानिकारक बीज और कलरिंग पदार्थ, चूहों के बाल व मल-मूत्र से दूषित व मिलावटी हो सकते हैं। ऐसे में FSSAI ने कुछ आसान टिप्स बताकर कुट्टू के आटे में मिलावट की पहचान करने के टिप्स बताए हैं।
कुट्टू के आटे में मिलावट की पहचान करने के टिप्स
आटे की जांच
FSSAI के अनुसार किसी भी आटा, मैदा या सूजी के अंदर रेत, कीड़े, गांठ, चूहों के बाल और मलमूत्र की मिलावट की जांच की जा सकती है। मिलावट की पहचान करने के लिए आपको आटे को छानकर देखना होगा। आप पानी से भी कुट्टू के आटे में मिलावट की पहचान कर सकते हैं। इसके लिए एक गिलास पानी में एक चम्मच कुट्टू का आटा डालकर छोड़ दें। इस दौरान गिलास को बिल्कुल ना हिलाएं। आटा अगर पानी में नीचे बैठ जाए और ऊपर अन्य चीजें तैरने लगें तो समझ जाएं कि ये मिलावटी है।
आटे में रेत और गंदगी की पहचान
आटे में मिलावट का पता लगाने के लिए कांच के एक गिलास में 5 ग्राम कुट्टू का आटा डालकर इसमें कार्बन टेट्राक्लोराइड की 20 एमएल मात्रा मिलाएं। अब इस मिक्सचर का बैठने का इंतजार करें। अगर इसमें रेत या गंदगी की मिलावट होगी तो वह गिलास के तले पर बैठने लगेगी।
कुट्टू में एर्गोट की मिलावट
कुट्टू में एर्गोट की मिलावट की जाती है। बता दें, एर्गोट एक जहरीला पदार्थ है, जिसे कैंसर जैसे गंभीर साइड इफेक्ट से भी जोड़कर देखा जाता है। इसके दाने दिखने में लंबे बैंगनी-काले होते हैं। इसकी पहचान करने के लिए एक कांच के गिलास में कुट्टू के कुछ दानें डालें। अब इसमें 20 ग्राम नमक मिला हुआ 100 एमएल पानी मिलाएं। कुछ देर में एर्गोट के दाने पानी के ऊपर तैरने लगेंगे।
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