रेसिपी : पढ़ें अरबी के पत्ते के रिकवच की रेसिपी
रिकवच पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में बनाई जाने वाली डिश है। अरवी या घुइयां के पत्ते से बनाई जाने वाली यह डिश इस क्षेत्र में नाश्ते के तौर पर खाई जाती है। इसे बनाने में ज्यादा...
रिकवच पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में बनाई जाने वाली डिश है। अरवी या घुइयां के पत्ते से बनाई जाने वाली यह डिश इस क्षेत्र में नाश्ते के तौर पर खाई जाती है। इसे बनाने में ज्यादा समय नहीं लगता है, मगर थोड़ी सी तैयारी करनी पड़ती है।
हालांकि रिकवच का स्वाद चखने के बाद तैयारी में लगाया गया समय जरा भी नहीं खलता है। इसे सुबह या शाम के स्नैक्स के तौर पर तो आप परोस ही सकते हैं। कोई मेहमान आ जाए तो उसे भी इसका स्वाद चखाने में कोई हर्ज नहीं है। चलिए जानते हैं रिकवच की रेसिपी
सामग्री
- 15-16 अरवी के ताजे मूलायम पत्ते
- 1 कप चना दाल (4-5 घंटे पहले भिगो दें)
- 1/4कप चावल (4-5घंटे पहले भेगो दें)
- 1 कप बेसन
- 1 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर
- 2 छोटे चम्मच लहसुन हरी मिर्च का पेस्ट
- 1/2 छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- 2 छोटे चम्मच अमचूर
- 1/8छोटा चम्मच हींग पाउडर
- 1 छोटा चम्मच जीरा
- नमक स्वादानुसार
- तेल तलने के लिए
विधि
सबसे पहले अरवी के पत्तों को अच्छी तरह धोकर सूखे कपड़े से पोछकर एक तरफ रख लें। चावल और चने की दाल को थोडा पानी डालकर अलग-अलग पीसकर रख लें। अब एक बड़े बोल में पिसे हुए चावल, दाल, बेसन, लहसुन मिर्च का पेस्ट, नमक, हल्दी, हींग, अमचूर, लाल मिर्च पाउडर डालकर अच्छी तरह मिला लें। इसमें आप जरूरत के हिसाब से पानी भी मिला सकती हैं। अरवी के पत्तों की डंडियां काटकर हटा दें।
अब एक सपाट जगह या किचन बोर्ड पर अरवी के पत्ते को रखकर उसके ऊपर चावल और दाल का तैयार किया घोल फैलाएं। पूरे पत्ते पर बराबर मात्रा में घोल फैलाएं। पत्ते का गहरा रंग ऊपर होगा और हल्के रंग वाला हिस्सा नीच होगा। मगर आपको घोल गहरे रंग वाले हिस्से पर लगाना है। अब इसके ऊपर दूसरा पत्ता रखें और उसपर भी इसी तरह दूसरे पत्ते को रखकर घोल फैलाएं। इसी तरह एक के ऊपर एक करके 4 से 5 पत्ते घोल फैलाकर लगा लें। इन्हें किनारे से मोड़ें और पत्तों को बेलनाकार मोड़ कर रोल तैयार कर लें। इसी तरह सारे पत्तों का रोल तैयार कर लें।
अब गैस पर एक बड़े बर्तन में पानी उबलने के लिए रख दें। जालीदार थाली रख लें या कोई सूती कपड़ा हर ओर से बांध लें। इसपर रोल को रखकर किसी ऐसी प्लेट से ढक दें, जो पानी के बर्तन को हर ओर से ढक दे। लगभग दस मिनट बाद खोलकर चाकू से रोल को काटकर देखें। अगर चाकू में बेसन का घोल चिपक रहा है तो रोल को थोड़ी और देर के लिए भाप पर रहने दें। पक चुके रोल को काटने पर चाकू में बेसन नहीं चिपकेगा।
तैयार रोल को प्लेट में निकालकर कर ठंडा होने दें। ठंडा होने पर आधा आधा इंच का रोल काट लें। कढ़ाई में तेल गरम करें, और कटे हुए रोल को घोल में डुबो कर तेल में तल लें। आपका रिकवच तैयार है इसे थोड़ा ठंडा करके हरी धनिया और हरी मिर्च की चटनी के साथ खाएं और खिलाएं।
अरवी के पत्ते कभी-कभी गले में लगते हैं इसलिए इसमें खटाई अच्छी मात्रा मे मिलाएं।