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हाई बीपी के रोगियों के लिए बेस्ट हैं ये 5 प्राणायाम, इस तरह करने से मिलेगा फायदा

Best Pranayama For High Blood Pressure Patients: हर आठ भारतीयों में से एक को हाइपरटेंशन की समस्या है। इतना ही नहीं भारत में उम्र से पहले होने वाली मौतों में हाई ब्लड प्रेशर भी एक बहुत बड़ा कारण है। ऐ

हाई बीपी के रोगियों के लिए बेस्ट हैं ये 5 प्राणायाम, इस तरह करने से मिलेगा फायदा
Manju Mamgainलाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीTue, 03 Oct 2023 01:36 PM
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Best Pranayama For High Blood Pressure Patients: हाई ब्लड प्रेशर को हाइपरटेंशन के रूप में भी जाना जाता है। इसके कोई लक्षण नहीं होते, जिसकी वजह से इसे 'साइलेंट किलर' भी कहा जाता है। यह एक गंभीर बीमारी है, जो कई अन्य गंभीर रोगों को जन्म देने का कारण बन सकती है। साल 2017 में नैशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के मुताबिक, हर आठ भारतीयों में से एक को हाइपरटेंशन की समस्या है। इतना ही नहीं भारत में उम्र से पहले होने वाली मौतों में हाई ब्लड प्रेशर भी एक बहुत बड़ा कारण है। ऐसे में इस समस्या को कंट्रोल रखना बेहद जरूरी हो जाता है। अच्छी बात यह है कि खानपान की अच्छी आदतों के साथ योगा का नियमित अभ्यास बीपी की समस्या को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। आइए जानते हैं ऐसे 5 प्राणायाम के बारे में जिनका रोजाना अभ्यास हाई बीपी की समस्या को कंट्रोल कर सकता है ।  

हाई  ब्लड प्रेशर के लिए योगा-
बालासन-  

बालासन हाइपरटेंशन के मरीजों के लिए बेहतरीन योग माना जाता है। यह स्ट्रेस कम करके पूरे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने का काम करता है। बालासन करने के लिए योगा मैट पर वज्रासन में बैठ जाएं। इसके बाद अब श्वास अंदर लेते हुए दोनो हाथों को सीधा सिर के उपर उठा लें। अब श्वास बाहर छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। आप तब तक आगे झुकते रहें जब तक की आपकी हथेलियां जमीन पर नहीं टिक जातीं। अब सिर को जमीन पर टीका लें। इस अवस्था में पूरे शरीर को रिलेक्स करने की कोशिश करें। दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में सख्ती से जोड़ लें। अब सिर को दोनों हथेलियों के बीच धीरे से रखते हुए सांस को सामान्य बनाए रखें। आप इस अवस्ता में 5 मिनट तक बने रह सकते हैं। 

शवासन-
शवासन करने से भी ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है। शवासन दिमाग को शांत करके व्यक्ति को तनाव से मुक्ति दिलाने में मदद करता है। जिससे सिरदर्द और थकान जैसी समस्याएं दूर होने के साथ ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में रहता है। शवासन करते समय आपको अपने किसी भी अंग को हिलाना नहीं है। आपका पूरा ध्यान अपनी सांस की ओर लगा हुआ होना चाहिए। अपनी सांसों को ज्यादा से ज्यादा लयबद्ध करने का प्रयास करें। गहरी सांसें भरें और सांस छोड़ते हुए ऐसा अनुभव करें कि पूरा शरीर शिथिल होता जा रहा है। शरीर के सभी अंग शांत हो गए हैं।

अनुलोम विलोम-
ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए अनुलोम विलोम को नियमित रूप से सुबह खाली पेट करना बेहतर माना गया है। अनुलोम विलोम करने से फेफड़े मजबूत बनते हैं, जिससे ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर होता है और सांस संबंधी बीमारियां दूर होती है। इसे करने से व्यक्ति का तनाव भी दूर होता है। अनुलोम विलोम करने के लिए सबसे पहले किसी शांत जगह पर योगा मैट पर पद्मासन या सुखासन में बैठ जाएं। अब अपने दाएं हाथ के अंगूठे से दाईं नासिका को बंद करें, बाईं नासिका से सांस लें। इसके बाद बाईं नासिका को बंद करके दाईं नासिका से सांस छोड़ दें। फिर बाईं नासिका को बंद करें, दाईं नासिका से सांस लें और बाईं नासिका से छोड़ दें। इस प्रक्रिया को करीब 10 मिनट तक करें।

भ्रामरी प्राणायाम-
भ्रामरी प्राणायाम करने से व्यक्ति को तनावमुक्त रहने के साथ थायराइड, माइग्रेन रोग, साइनस जैसी समस्याओं में भी राहत मिलती है। इतना ही नहीं भ्रामरी प्राणायाम करने से ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल में रखा जा सकता है। भ्रामरी प्राणायाम करने के लिए सबसे पहले पद्मासन में बैठ जाएं। अब अपने दोनों हाथों के अंगूठों से अपने कान बंद कर लें। इसके बाद तर्जनी उंगुली को माथे पर रखें। मध्यमा, अनामिक और कनिष्का उंगुली को आंखों के ऊपर रख दें। अपने मुंह को बंद रखें। इसके बाद सामान्य गति से नाक से सांस लें। अब नाक से ही मधुमक्खी की तरह आवाज निकालते हुए सांस छोड़ें। इस प्रक्रिया को आप करीब 5 मिनट तक दोहराएं।

शीतली प्राणायाम-
शीतली प्राणायाम का नियमित अभ्यास एसिडिटी और पेट के अल्सर में फायदा देता है। इस प्राणायाम को करने से पाचन शक्ति मजबूत होने के साथ हाई बीपी की समस्या में भी राहत मिलती है। शीतली प्राणायाम को करने के लिए सबसे पहले वज्रासन अवस्था में बैठ जाएं। इसके बाद अपनी जीभ बाहर निकालकर उसे पाइप की तरह आकार दें। अब जीभ से ही सांस लें और पेट में भरकर मुंह बंद करें। जबड़े के अगले हिस्से को छाती से लगाए। इसके बाद सांस कुछ सेकेंड के लिए रोके और गर्दन को सीधा करके नाक से सासं बाहर निकाल दें।

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