बाढ़ पर बढ़ा टकराव, पश्चिम बंगाल ने झारखंड की गाड़ियों की एंट्री कर दी बंद
धनबाद के मैथन और पंचेत डैम का पानी छोड़े जाने से पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में बाढ़ के हालात हैं। इससे नाराज बंगाल ने गुरुवार की शाम झारखंड की गाड़ियों का अपने क्षेत्र में प्रवेश रोक दिया।
धनबाद के मैथन और पंचेत डैम का पानी छोड़े जाने से पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में बाढ़ के हालात हैं। इससे नाराज बंगाल ने गुरुवार की शाम झारखंड की गाड़ियों का अपने क्षेत्र में प्रवेश रोक दिया। बंगाल पुलिस जीटी रोड पर झारखंड की सीमा से आगे वाहनों को नहीं बढ़ने दे रही है। इस कारण यहां वाहनों की कतार लगी है।
मैथन स्थित डीबुडीह चेक पोस्ट पर पश्चिम बंगाल पुलिस ने गुरुवार शाम करीब 7 बजे से झारखंड से बंगाल जा रही मालवाहक गाड़ियों को रोक दिया। इससे दिल्ली-कोलकाता लेन में वाहनों की पांच किमी लंबी कतार लग गई। इस संबंध में बंगाल पुलिस का कहना है कि वरीय अधिकारियों का आदेश है, इसलिए अगले तीन दिन बड़े वाहनों को बंगाल में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा।
ऑफ द रिकॉर्ड पुलिस पदाधिकारियों ने बताया कि डीवीसी के डैमों से छोड़े गए पानी के बाद बंगाल के मेदिनीपुर के साथ पश्चिम बर्दवान में बाढ़ की स्थिति है। इस कारण वाहनों का प्रवेश रोका गया है। वाहनों के रोके जाने से चेकपोस्ट के आसपास जाम लग गया है। कई जगह तो एंबुलेंस भी फंसी नजर आई, जिन्हें मशक्कत के बाद निकाला गया।
मैथन आउट पोस्ट प्रभारी आकृष्ट अमन ने कहा कि पश्चिम बंगाल के पदाधिकारी से संपर्क किया गया है, जिनका कहना है कि वरीय अधिकारियों के निर्देश पर ऐसा किया गया है। उन्होंने कहा कि हमने भी अपने अफसरों को इसकी सूचना दे दी है। सूचना पाकर मैथन ओपी प्रभारी एवं बीडीओ मधु कुमारी डीबूडीह चेकपोस्ट पहुंच कर जानकारी ले रहे हैं। जाम से वाहनों के चालक-खलासी आक्रोशित हैं।
इधर, बंगाल की सीएम ममता बनर्जी का बाढ़ प्रभावित इलाकों के निरीक्षण के दौरान का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह कर रही हैं कि झारखंड और डीवीसी के कारण बाढ़ की स्थिति है, इसलिए झारखंड से बंगाल आने वाले वाहनों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके लिए तुरंत डीजीपी को निर्देश दिया गया है। हालांकि हिन्दुस्तान वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
सभी मानकों का पालन कर छोड़ा पानी: केंद्र
केंद्र सरकार ने गुरुवार को कहा कि डीवीसी से पानी छोड़ते समय सभी मानकों का पूरी तरह से पालन किया गया था। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आरोपों का खंडन करते हुए केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि बांधों से पानी छोड़ने के निर्धारित समय के बारे में सभी संबंधित लोगों को सूचित किया गया था। पानी का छोड़ा जाना, दामोदर घाटी जलाशय विनियमन समिति (डीवीआरआरसी) की सलाह के अनुसार है। इस समिति में बंगाल सरकार, झारखंड सरकार, केंद्रीय जल आयोग (सदस्य सचिव) और डीवीसी के प्रतिनिधि शामिल हैं।
ममता ने केंद्र को जिम्मेदार ठहराया, डीवीसी को भी चेताया
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने केंद्र पर डीवीसी बांधों की सफाई करने में विफल रहने का आरोप लगाया है। कहा कि डीवीसी मैथन और पंचेत से पानी छोड़े जाने से बंगाल के कई जिलों में बाढ़ आ गई है। उन्होंने चेतावनी दी कि वह डीवीसी के साथ सभी संबंध तोड़ देंगी। ममता ने पश्चिमी मेदिनीपुर के पाशकुड़ा में बाढ़ प्रभावित इलाकों के निरीक्षण के दौरान डीवीसी को बाढ़ के लिए जिम्मेदार ठहराया।