झारखंड में अंबेडकर की प्रतिमा गायब, भड़क उठे लोग; सड़क पर उतर चक्का जाम किया
झारखंड में 14 अप्रैल को जयंती के दिन स्थापित बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा गायब मिली। सुबह जब लोगों ने प्रतिमा गायब देखा तो भड़क उठे। लोगों ने जपला-छतरपुर मार्ग पर आठ घंटे से अधिक समय तक ट्रैफिक रोके रखा। पुलिस अधिकारियों ने उन्हें समझाकर शांत कराया।

झारखंड में 14 अप्रैल को जयंती के दिन स्थापित बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा गायब मिली। सुबह जब लोगों ने प्रतिमा गायब देखा तो भड़क उठे। लोगों ने जपला-छतरपुर मार्ग पर आठ घंटे से अधिक समय तक ट्रैफिक रोके रखा। पुलिस अधिकारियों ने उन्हें समझाकर शांत कराया।
झारखंड के पलामू जिले में डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर स्थापित की गई उनकी प्रतिमा को बदमाशों ने चुरा लिया। पुलिस ने बताया कि चोरी के विरोध में स्थानीय लोगों ने मंगलवार को सड़क जाम कर दिया। भारतीय संविधान के मुख्य निर्माता डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा सोमवार को खरादपार गांव में स्थापित की गई थी। मंगलवार सुबह प्रतिमा गायब पाई गई।
पुलिस ने बताया कि अंबेडकर की प्रतिमा चोरी होने के विरोध में स्थानीय लोगों ने मंगलवार को जपला-छतरपुर मार्ग पर आठ घंटे से अधिक समय तक यातायात बाधित रखा। हुसैनाबाद थाने के प्रभारी अधिकारी सोनू कुमार चौधरी ने अन्य जिला अधिकारियों के साथ मौके का दौरा किया। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाकर नाकाबंदी हटाने के लिए राजी किया। कहा कि लापता प्रतिमा का पता लगाने के लिए व्यापक तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रतिमा स्थापित करने के समय दो समूहों के बीच जमीन को लेकर विवाद हुआ था। एक अधिकारी ने बताया कि क्षेत्राधिकारी पंकज कुमार को उस जमीन की प्रकृति की पुष्टि करने का निर्देश दिया गया है, जहां प्रतिमा स्थापित की गई थी।
बहुजन समाज पार्टी के नेता अजय भारती और मंदीप राम ने दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी और प्रतिमा को उसी स्थान पर फिर से स्थापित करने की मांग की।